नई दिल्ली केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) ने बच्चों को बस्ते के बोझ से राहत दिलाने और रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए शनिवार को आनंदवार घोषित किया है। माह के दूसरे शनिवार को छोड़कर बाकी 3 शनिवार बच्चे बिना बैग स्कूल आएंगे। संगठन यह नई पहल देशभर के केंद्रीय विद्यालयों में लागू कर रहा है। शनिवार के दिन 90-90 मिनट के 4 सत्र आयोजित होंगे। इनमें छात्रों को सांस्कृतिक, क्लब, खेल और कौशल विकास से सीधे जोड़ा जाएगा।
फिलहाल यह पहली से 5वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए शुरू किया है। सांस्कृतिक सत्र में विद्यार्थी नाच-गाने, भाषण, संगीत-नाटक, पेंटिंग, लेखन और कविता जैसी गतिविधियां करेंगे। वहीं, क्लब गतिविधियों में केंद्रीय विद्यालय अपने क्लब जैसे पर्यावरण और स्काउट आदि से संबंधित गतिविधियां कराएगा।
तीसरे सत्र में खेल संबंधित गतिविधियां करेंगे। बच्चे खेल शिक्षकों की मदद से रुचि के अनुसार सीखेंगे। चौथे सत्र में कौशल विकास के तहत बागवानी, मिट्टी के बर्तन बनाने जैसी कलाएं सिखाई जाएंगी। केवीएस ने अपने स्कूलों का मूल्यांकन करने के लिए 1000 बिंदुओं का स्कूल एसेसमेंट टूल बनाया है।
केवीएस के अपर आयुक्त (अकादमिक) यूएन खवाड़े का कहना है कि सिर्फ अच्छे परिणाम से ही स्कूल की रैंकिंग नहीं होती। किस स्कूल ने विषम परिस्थितियों में भी अच्छा परिणाम दिया है, यह जानना जरूरी है। इन बिंदुओं में स्कूलों के संसाधन जैसे खेल के मैदान, शिक्षकों के बारे में जानकारी, प्रयोगशाला की स्थिति, कर्मचारियों के बारे में जानकारी, स्कूल किस क्षेत्र में है आदि शामिल हैं।