मुंबई। ऊंचे रिटर्न पर लंबी अवधि के लिए पैसा जमा करने वाले लोग बैंकों की बजाय कंपनियों के फिक्स्ड डिपॉजिट की ओर रुख कर रहे हैं। कंपनियों ने पिछले दो महीने में डिपॉजिट पर ब्याज दरों में 0.50-0.75 पर्सेंट की बढ़ोतरी की है। इन कंपनियों में बजाज फाइनैंस, डीएचएफएल, महिंद्रा फाइनैंस, श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनैंस और एचडीएफसी लिमिटेड शामिल हैं।
गौरतलब है कि बैंकों के फिक्स्ड डिपॉजिट से कॉरपोरेट एफडी पर ऊंची ब्याज दर की वजह से इसमें निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ रही है। जैसे एएए रेटिंग वाली बजाज फाइनैंस अप्रैल 2018 तक के तीन साल के एफडी पर 7.85 पर्सेंट का ब्याज ऑफर कर रही थी, जिसे मई 2018 में बढ़ाकर 8.1 पर्सेंट और 5 जून को बढ़ाकर 8.4 पर्सेंट किया गया।
एएए रेटिंग वाली डीएचएफएल भी मार्च 2018 तक के तीन साल के डिपॉजिट पर पहले 7.85 पर्सेंट का ब्याज दे रही थी, जिसे उसने अप्रैल में बढ़ाकर 7.9 पर्सेंट और 8 जून को बढ़ाकर 8.45 फीसदी कर दिया। इस तरह इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कॉरपोरेट एफडी पर ब्याज दरों में 0.60 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह महिंद्रा फाइनैंस, श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनैंस और एचडीएफसी लिमिटेड जैसी दूसरी कंपनियों ने भी पिछले कुछ महीनों में एफडी के रेट्स में बढ़ोतरी की है।