जयपुर नगर निगम हेरिटेज में विवाद दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। सरकारी जमीन पर गलत ढंग से पट्टे जारी करने के बाद जहां स्वायत्त शासन विभाग ने नगर निगम के चार अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया। वहीं, अब कांग्रेसी पार्षदों ने इस पूरे मामले पर कार्यवाहक मेयर कुसुम यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दरअसल, नेहरू नगर पानी पेच में सरकारी जमीन पर गलत ढंग से पट्टे जारी करने के मामले में गुरुवार को नगर निगम हेरिटेज मुख्यालय में 20 से ज्यादा कांग्रेसी पार्षदों ने रैली निकाल मेयर कुसुम यादव के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा- सरकार बार-बार कार्यवाहक मेयर लगाकर लोकतंत्र का अपमान कर रही है। इसलिए जल्द से जल्द मेयर पद पर चुनाव का आयोजन किया जाना चाहिए।
भ्रष्टाचार में मेयर भी शामिल ;
कांग्रेसी पार्षद दशरथ सिंह शेखावत ने कहा- सरकारी जमीन पर 100 करोड़ से ज्यादा का घोटाला करने पर बुधवार को ही नगर निगम के चार अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया गया है। मेयर कुसुम यादव की ओएसडी हंसा मीणा को भी सस्पेंड कर दिया गया है। ऐसे में इस भ्रष्टाचार में मेयर भी शामिल है। लेकिन सरकार भ्रष्ट मेयर को हटाने की जगह उन्हें एक्सटेंशन देने का काम कर रही है। जबकि उनके खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन लिया जाना चाहिए था।
मेयर पर पर चुनाव कराए सरकार ;
शेखावत ने कहा कि तीन बार से ज्यादा कार्यवाहक मेयर बनाया गया है, जो पूरी तरह गलत है। जनता ने कांग्रेस को बहुमत दिया था वर्तमान में भी कांग्रेसी परिषदों के पास नगर निगम हेरिटेज में बहुमत है। ऐसे में हम सरकार से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द मेरे पद को लेकर चुनाव की अधिसूचना जारी की जाए। ताकि जनता द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधि अपने लोकतांत्रिक अधिकार का उपयोग कर सके।
मांग नहीं मानी, तो करेंगे उग्र आंदोलन ;
शेखावत ने कहा- हम जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहे हैं। नगर निगम में किसी भी तरह के भ्रष्टाचार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे में अगर प्रदेश की बीजेपी सरकार ने जल्द से जल्द नगर निगम हेरिटेज में भ्रष्टाचार की मुख्य दोषी कार्यवाहक मेयर कुसुम यादव को अपने पद से नहीं हटाया। तो आने वाले दिनों में कांग्रेस पार्टी बड़ा और उग्र आंदोलन करेगी। जिसके लिए बीजेपी सरकार जिम्मेदार होगी।
काला धन जोड़ रहे अधिकारी ;
कांग्रेसी पार्षद अरविंद अमेठी ने कहा- नगर निगम में भारतीय जनता पार्टी के बोर्ड ने भ्रष्टाचार के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। अधिकारी जनता को लूट काला धन जोड़ने में जुटे हुए हैं। वहीं सत्ताधारी नेता उन्हें संरक्षण देकर वसूली का काम कर रहे हैं। इस मामले के खिलाफ आज हमने शांतिप्रिय तरीके से रैली निकाल अपनी बात सरकार तक पहुंचाने की कोशिश की है। लेकिन अगर सरकार ने समय रहते हमारी मांग को पूरा नहीं किया। तो हम बड़ा आंदोलन करेंगे।