1990 का साल था. पोलियो नामक बीमारी अपने चरम पर थी. हर साल लगभग दो लाख से चार लाख मामले सामने आते थे. टीकाकरण पर जोर बढ़ाया गया और पोलियो अभियान शुरू किया गया. इस अभियान के प्रति लोगों को जागरूक करने की जिम्मेदारी विज्ञापन की दुनिया के दिग्गज पीयूष पांडे को सौंपी गई. पीयूष पांडे ने पल्स पोलियो के लिए अमिताभ बच्चन के साथ “दो बूंद जिंदगी की” स्लोगन बनाया. यह विज्ञापन इतना प्रभावशाली था कि इसने पोलियो के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
वहीं पीयूष पांडे अब हमारे बीच नहीं रहे. 70 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. उन्होंने अपने अनोखे और रचनात्मक विज्ञापनों से भारतीय लोगों के दिलों में खास जगह बनाई. उन्होंने फेविकोल, कैडबरी, एशियन पेंट्स जैसे ब्रांड्स के लिए यादगार विज्ञापन बनाए. साथ ही, राजनीति में भी उनका स्लोगन “अबकी बार, मोदी सरकार” बहुत मशहूर हुआ. पीयूष को बचपन से ही विज्ञापनों की दुनिया से लगाव था. वह और उनके भाई प्रसून के साथ रेडियो के लिए जिंगल्स गाया करते थे. इस तरह उनकी विज्ञापन की दुनिया में शुरुआत हुई.
विज्ञापन की दुनिया में कदम
पीयूष ने साल 1982 में 27 साल की उम्र में Ogilvy India नाम की कंपनी में काम शुरू किया. उस समय वह क्रिकेट खेलते थे, चाय का स्वाद चखने का काम करते थे. लेकिन विज्ञापनों में उनकी असली प्रतिभा सामने आई. उन्होंने 40 साल तक ओगिल्वी इंडिया के साथ काम किया और उसे दुनिया की सबसे सम्मानित विज्ञापन एजेंसियों में से एक बनाया. साल 2023 में उन्होंने ओगिल्वी इंडिया के चेयरमैन का पद छोड़कर सलाहकार की भूमिका निभाई.
उनके मशहूर विज्ञापन
पीयूष पांडे ने अपने विज्ञापनों में भारतीय संस्कृति, भावनाओं और रोजमर्रा की जिंदगी को जगह दी. उनकी भाषा इतनी सरल थी जो हर भारतीय के दिल को छूती थी. उन्होंने अंग्रेजी के भारी-भरकम विज्ञापनों को हटाकर हिंदी और आम बोलचाल की भाषा को अपनाया. यहीं कारण है कि उनके बनाए ऐड सीधा लोगों के दिलों में जगह बनाते है. आइए, उनके कुछ मशहूर विज्ञापनों पर नजर डालते है.
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