राजधानी दिल्ली में हुए बम धमाका मामला में बड़ी कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों ने कश्मीर के पुलवामा में स्थित डॉ. उमर नबी के घर को ध्वस्त कर दिया है। डॉ. उमर इस धमाके का मुख्य आरोपी है उसी ने गाड़ी में विस्फोटक भर के लाल किले के पास धमाका किया था। गुरुवार को ही DNA मैचिंग के बाद इस बात की पुष्टि की गई थी जिसके बाद सुरक्षों बलों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसके घर को IED ब्लास्ट की मदद से उड़ा दिया। आंतकवाद के खिलाफ कार्रवाई के तहत सुरक्षा बलों ने उमर के घर को ब्लास्ट किया है। इस दौरान पूरे इलाके को घेर कर ब्लास्ट की प्रक्रिया को पूरी तरह से नियंत्रित कर के उमके के घर में विस्फोट किया गया।
कार में करीब 80 किलो विस्फोटक भर के किया धमाका
उमर ने एक हुंडई आई 20 कार में करीब 80 किलो विस्फोटक भर के लाल किले मैट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास धमाका किया था। इस मामले की जांच में खुलासा हुआ कि उमर भी उस वाइट कॉलर टेरर ग्रुप का मेंबर था जिसके कुछ सदस्यों को हमले से एक दिन पहले हरियाणा के फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था। जांच के अनुसार अपने साथियों की गिरफ्तारी से उमर घबरा गया और हड़बड़ाहट में आकर उसने दिल्ली में धमाका कर दिया। जबकि यह समूह लंबे समय से देशभर में घमाके करने की साजिश रच रहा था।
बाबरी मस्जिद ढहाए जाने का बदला लेना चाहते थे आतंकि
जांच एजेंसियों के मुताबिक, इस समूह के 8 गिरफ्तार साथियों ने यह कबूल किया है कि वह बाबरी मस्जिद ढहाए जाने का बदला लेने के लिए देशभर में ब्लास्ट करने की योजना बना रहे थे। हालांकि भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने इस ग्रुप की योजना का पहले ही खुलासा कर दिया और 6 नवंबर को इसके मेंबर डॉ. आदिल अहमद राठेर को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से गिरफ्तार कर लिया। आदिल के पाकिस्तानी हैंडलर्स के संपर्क में होने की सूचना सुरक्षा एजेंसियों को मिली थी। उसके पास से एक AK-47, ग्रेनेड और विस्फोटक बरामद किया गया था।
ब्लास्ट से पहले पकड़े गए ग्रुप के तीन साथी
इसके बाद पूछताछ के दौरान आदिल ने हरियाणा के फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से इस मॉड्यूल को संचालित करने वाले डॉ. मुजम्मिल शकील के बारे में बताया। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 9 नवंबर को फरीदाबाद से शकील को गिरफ्तार किया। वह एक किराए के मकान में रह रहा था जहां से पुलिस ने भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री (लगभग 300-350 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट), असॉल्ट राइफलें (AK-47 जैसी), पिस्तौलें और गोला-बारूद बरामद किए। शकील के साथ साथ नेटवर्क की सदस्य डॉ. शाहीन सईद को भी इसी दिन गिरफ्तार करके श्रीनगर लाया गया। शाहीन, शकील के साथ अल-फलाह यूनिवर्सिटी में काम करती थी और वह इस ग्रुप की सबसे अहम सदस्य मानी जा रही है।
धमाके में अब तक 13 लोगों की मौत
अपने साथियों की गिरफ्तारी से दिल्ली बॉम्बर उमर डर गया और फरीदाबाद से फरार हो गया। वह यहां से भाग कर दिल्ली गया और अगले दिन वहां पर ब्लास्ट कर दिया। इस घटना में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 लोग अभी भी घायल हैं। सीसीटीवी फुटेज में उसको ब्लास्ट वाली गाड़ी चलाते हुए देखा गया जिसके बाद जांच टीमों की सर्च में सामने आया कि उमर भी आतंकी डॉक्टरों के वाइट कॉलर मॉड्यूल का साथी था और उसी ने दिल्ली धमाकों को अंजाम दिया।
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