मुंबई। अभिनेता शाहरुख खान सुजॉय घोष की अगली फिल्म ‘बदला’ से प्रड्यूसर के तौर पर जुड़ गए हैं। खास बात यह है कि इस फिल्म में अमिताभ बच्चन और तापसी पन्नू काम कर रहे हैं। अमिताभ बच्चन और तापसी पन्नू इससे पहले शुजीत सरकार की साल 2016 में रिलीज फिल्म ‘पिंक’ में साथ काम कर चुके हैं। इस फिल्म में महिला उत्पीड़न के मुद्दे को उठाया गया था और फिल्म ने राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीता था।
इस फिल्म को शाहरुख के साथ सुनील खेत्रपाल भी प्रड्यूस कर रहे हैं। शाहरुख और अमिताभ इससे पहले साल 2008 में आई विवेक शर्मा की फिल्म ‘भूतनाथ’ में साथ काम कर चुके हैं। इस फिल्म में जहां शाहरुख खान ने कैमियो किया था, तो वहीं प्रड्यूसर के तौर पर भी जुड़े थे। फिल्म की शूटिंग स्कॉटलैंड के ग्लासगो शहर में शुरू हो चुकी है। इस बारे में सुजॉय घोष कहते हैं, ‘अगर आपकी फिल्म में अमिताभ बच्चन जैसे कलाकार काम कर रहे हैं, तो आप आधी लड़ाई तो जीत चुके होते हैं क्योंकि हर डायरेक्टर उनके साथ काम करना चाहता है।
मैं भी उन्हें डायरेक्ट करने के लिए बहुत ही एक्साइटेड हूं। इसके अलावा मैं पिछले कुछ दिनों से तापसी के साथ भी काम करना चाहता था। उनके साथ काम करने के लिए यह परफेक्ट स्क्रिप्ट है। अब तो फिल्म बनाने का मेरा उत्साह दोगुना हो गया है क्योंकि फिल्म को शाहरुख खान प्रड्यूस कर रहे हैं। अब साथ काम करने के लिए इससे अच्छी टीम क्या होगी। अब मैं जल्दी से इस प्रॉजेक्ट को पूरा करना चाहता हूं।’ बिग बी ने भी ग्लास्गो में फिल्म की शूटिंग शुरू कर दी है।
इससे पहले सुजॉय और अमिताभ साल 2009 में आई फैंटेसी अडवेंचर फिल्म ‘अलादीन’ में साथ काम कर चुके हैं। सुजॉय ने बताया कि सुनील ने साल 2017 में रिलीज हुई स्पैनिश फिल्म ‘इंविसिबल गेस्ट’ के अडैप्टेशन राइट्स हासिल किए थे। कोरिया और इटली में इस फिल्म का रीमेक बन चुका है। लेकिन अभी तक हिंदी रीमेक बनना बाकी है। सुजॉय कहते हैं, ‘मुझे लगता है कि अमिताभ सर के साथ काम करने के लिए यह बहुत ही बढ़िया मैटर है। तापसी भी साथ काम कर रही हैं।
शाहरुख को भी ‘इंविसिबल गेस्ट’ बहुत अच्छी लगी थी और फिर वह भी फिल्म से जुड़ गए।’ सुजॉय मजाक करते हुए कहते हैं, ‘यह तापसी के साथ मेरी पहली फिल्म है। फिल्म की शूटिंग खत्म होने के बाद मैं तापसी की मानसिक मदद के लिए कुछ करूंगा। अमिताभ सर तो बहुत कूल हैं।’ फिल्म की कहानी दो ऐसे शख्सों के इर्द-गिर्द घूमती है जो एक-दूसरे से बदला लेना चाहते हैं। लेकिन जब बदला लेने का वक्त आता है, तो उनके लिए बदला लेने के मायने बदल चुके होते हैं।