नई दिल्ली । देश की तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने कहा है कि पैट्रोल और डीजल को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाया जाना चाहिए। इंडियन आयल के अध्यक्ष संजीव सिंह ने पैट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के दायरे में लाने की वकालत करते हुए कहा कि यह कंपनी और उपभोक्ता दोनों के हित में होगा।
गौरतलब है कि तेल एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी कई मौकों पर पैट्रोल-डीजल को जी.एस.टी. के दायरे में लाने का समर्थन कर चुके हैं किंतु राज्यों के बीच सहमति नहीं बन पाने के कारण यह अभी संभव नहीं हो पाया है।
कंपनी के 2017-18 के वार्षिक वित्तीय परिणाम घोषित करने के मौके पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में सिंह ने कहा कि सरकार ने तेल कंपनियों को दैनिक आधार पर कीमतों में संशोधन करने के लिए पूरी छूट दी हुई है। उन्होंने कहा कि पैट्रोल-डीजल के दामों में पहले बढ़ोतरी हो चुकी थी इसलिए कर्नाटक विधानसभा के दौरान 19 दिन तक कंपनी ने कीमत स्थिर रखने का फैसला लिया।