पेरिस । यूनेस्को के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इजराइल के राजदूत ने कहा कि वह अपनी सरकार से संयुक्त राष्ट्र की इस संस्था से अलग होने के फैसले पर फिर से विचार करने का आग्रह करेंगे। उन्होंने कहा अगर इस फैसले को टाला नहीं जा सका तो कम से कम इसे साल के अंत तक स्थगित रखने का प्रयास करेंगे।
इजरायल के राजदूत कार्मेल शमा हैकोहन का यह बयान ऐसे समय आया है, जब कुछ ही समय पहले यूनेस्को की विश्व विरासत समिति ने बहरीन में अपनी बैठक में येरूशलेम के ओल्ड सिटी और हेब्रोन के वेस्ट बैंक शहर पर विवादास्पद प्रस्तावों को एक साल तक के लिए टालने पर सहमति व्यक्त की थी।
अमेरिका के तुरंत बाद इजरायल ने भी पिछले साल संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) छोड़ने का फैसला किया था। यूनेस्को की सदस्यता छोड़ने की प्रक्रिया में एक वर्ष का समय लगता है। दोनों देशों के छोड़ने का यह फैसला 31 दिसंबर 2018 से प्रभावी होगा। इजराइल ने यूनेस्को पर पक्षपातपूर्ण ढंग से काम करने का आरोप लगाते हुए इसे छोड़ने का फैसला किया था।