न्यूयॉर्क: फ्लोरिडा के हाईस्कूल में हुई गोलीबारी के दौरान छात्रों की जान बचाने वाले भारतीय-अमेरिकी मैथ्स की शिक्षिका की तारीफ की जा रही है. इस भारतीय अमेरिकी शिक्षिका का नाम शांति विश्वनाथन बताया जा रहा है. इस गोलीबारी में कई विद्यार्थियों सहित कम से कम 17 लोग मारे गये थे. सन सेंटिनल की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार की दोपहर जब दूसरी बार अलार्म बजा, तब शांति विश्वनाथन ने अपनी कक्षा में दरवाजे बंद कर दिए और सभी छात्रों को फर्श पर झुक जाने को कहा. इतना ही नहीं उन्होंने कक्षा के दरवाजे, खिड़कियां बंद कर दीं. उन्होंने ऐसा करके छात्रों को गनमैन की पहुंच से दूर कर दिया.” शांति विश्वनाथन के एक विद्यार्थियों ने बताया कि उन्होंने घटना के दौरान अपनी सूझबूझ से बहुत से बच्चों की जान बचा ली.
जर्बो ने इस संबंध में पुलिस को बताया कि जब स्वाट टीम मौके पर आई और दरवाजा खोलने के लिए कहा तो विश्वानाथन ने दरवाजा नहीं खोला, उन्हें संदेह था कि यह गनमैन की चाल हो सकती है. इस दौरान उन्होंने स्वाट टीम से कहा कि नीचे से दरवाजे को खटखटाओ और चाबी से इसे खोलो. ऐसा कह कर उन्होंने दरवाजा खोलने से साफ इंकार कर दिया. एक अखबार के मुताबिक, जर्बों के बेटे ब्रायन ने अपनी मां को बताया कि विश्वनाथन द्वारा दरवाजा नहीं खोले जाने के बाद स्वाट टीम का एक सदस्य खिड़की से अंदर आया और कक्षा को खाली कराया.
गौरतलब है कि फ्लोरिडा के हाई स्कूल में एक 19 वर्षीय पूर्व छात्र ने गोलीबारी की थी, जिसमें 17 शिक्षकों व छात्रों की मौत हो गई थी. हथियारबंद युवक को घटना के एक घंटे के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया गया था. यह भयावह घटना बुधवार को पार्कलैंड के मार्जरी स्टोनमेन डगलस हाईस्कूल में हुई थी, जिसे पिछले वर्ष फ्लोरिडा का सबसे सुरक्षित शहर चुना गया था.
‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ के अनुसार, एआर-15 अर्ध-स्वचालित राइफल से लैस सशस्त्र हमलावर की पहचान स्कूल के ही 19 वर्षीय निष्कासित छात्र निकोलस क्रूज के रूप में हुई थी, जिसे अनुशासनात्मक कारणों से स्कूल से निकाल दिया गया था.