INDvsAUS : छा गए विराट कोहली की जगह शामिल कुलदीप यादव, सचिन को भी दिया था चकमा, जानें चाइनामैन बॉलर्स के बारे में

नई दिल्ली: टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के लिहज से अहम धर्मशाला टेस्ट मैच में उस समय झटका लगा, जब कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) कंधे की चोट के चलते टीम से बाहर हो गए. माना जा रहा था कि उनकी जगह टीम में किसी बल्लेबाज को शामिल किया जाएगा, लेकिन टीम प्रबंधन ने एक और स्पिनर कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) को शामिल करना उचित समझा. यह स्पिनर भी विलक्षण है, क्योंकि इसकी गेंदबाजी का अंदाज जुदा है. इस तरह के स्पिन गेंदबाजों को ‘चाइनामैन बॉलर’ कहा जाता है. कुलदीप ने अपनी उपयोगिता साबित करते हुए खतरनाक बल्लेबाज डेविड वॉर्नर (David Warner) को उस समय करियर का पहला शिकार बनाया, जब वॉर्नर (56 रन) सीरीज की पहली बड़ी पारी की ओर बढ़ रहे थे और टीम इंडिया को विकेट का इंतजार था. इसके बाद पीटर हैंड्सकॉम्ब और ग्लेन मैक्सवेल को खूबसूरती से बोल्ड कर दिया. आइए जानते हैं कि ‘चाइनामैन बॉलर’ टर्म कैसे आया. साथ ही जानते हैं कि इस गेंदबाज की उपलब्धियों के बारे में जिसने सचिन तेंदुलकर को भी अपनी गेंद से हक्का-बक्का कर दिया था…

‘चाइनामैन बॉलर’ टर्म कैसे आया
जब बाएं हाथ का स्पिनर गेंद को अंगुलियों की बजाय कलाई से स्पिन कराता है, तो उसे ‘चाइनामैन बॉलर’ कहते हैं. यह टर्म साल 1933 में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में खेले गए टेस्ट मैच के दौरान आया था, जब वेस्टइंडीज के बाएं हाथ के अनऑर्थोडॉक्स बॉलर एलिस अचॉन्ग ने इंग्लैंड के बैट्समैन वाल्टर रॉबिन्स को ऑफ स्टंप के बाहर से गेंद को टर्न कराकर बोल्ड कर दिया था. चौंकाने वाली गेंद पर बोल्ड होने के बाद रॉबिन्स ने पैवेलियन लौटते समय झल्लाकर अंपायर से एलिस के लिए अपशब्दों के साथ ‘चाइनामैन’ शब्द का प्रयोग किया था. वास्तव में एलिस चीनी मूल के खिलाड़ी थे, जो वेस्टइंडीज के लिए खेलते थे. इसी के बाद से अजीबोगरीब एक्शन वाले ऐसे गेंदबाजों को ‘चाइनामैन बॉलर’ कहा जाने लगा.

सचिन को ऐसे दिया था चकमा
कानपुर के कुलदीप यादव आईपीएल के दौरान चर्चा में आए थे, जब उन्होंने मुंबई इंडियंस के एक प्रैक्टिस मैच में सचिन तेंदुलकर को चकमा दे दिया था. सचिन जब आए, तो उनके सामने एक अंजान-सा युवा गेंदबाज था. उसने गेंद फेंकी. गेंद ऑफ स्टंप के बाहर पिच हुई और तेजी से अंदर की ओर आई, फिर क्या था- सचिन का मिडिल स्टंप उड़ गया. इससे तेंदुलकर भौचक रह गए. बाद में 18 साल के कुलदीप यादव ने कहा कि सचिन पाजी को मालूम ही नहीं था कि वे चाइनामैन गेंदबाज हैं. उनके अनुसार यह बात केवल कोच शॉन पोलक को पता थी. फिर क्या था कुलदीप छा गए. इसके बाद कुलदीप यादव ने नेशनल क्रिकेट एकेडमी में टीम इंडिया की नई ‘दीवार’ चेतेश्वर पुजारा को भी अपनी गेंद से चकमा देकर सबका ध्यान खींचा था.

वर्ल्ड कप में ले चुके हैं हैट्रिक, अकरम को किया इंप्रेस
कुलदीप ने साल 2014 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में स्कॉटलैंड के खिलाफ मुकाबले में हैट्रिक ली थी. उन्होंने इस मैच में चार विकेट झटके थे. उन्होंने अंडर-19 वर्ल्ड कप में हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बनने का गौरव भी हासिल किया था. उनकी बॉलिंग से वसीम अकरम इतने प्रभावित हुए कि उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स टीम में शामिल करवा लिया. पहले वे मुंबई इंडियन्स के लिए खेलते थे.

तेज गेंदबाज बनना चाहते थे कुलदीप
वास्तव में कुलदीप यादव पहले बाएं हाथ के तेज गेदबाज बनना चाहते थे, लेकिन उनके कोच ने उन्हें स्पिन गेंदबाजी में करियर बनाने की सलाह दी, जो अब सही साबित हो रही है.

आईपीएल के अलावा कुलदीप ने साल 2013 में ऑस्ट्रेलिया में खेले गई त्रिकोणीय एकदिवसीय सीरीज में भारत की अंडर-19 टीम की ओर से खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया था. उन्होंने इस दौरे में के चार मैचों में 6.44 की औसत से 9 विकेट हासिल किए और उनका इकोनॉमी रेट 1.81 रहा, यानी प्रति ओवर उन्होंने 2 रन से भी कम दिए. पिछले साल ही इंग्‍लैंड और भारत ‘ए’ के बीच खेले गए अभ्यास मैच में कुलदीप यादव ने शानदार प्रदर्शन करके इंग्लिश बल्लेबाजों के होश उड़ा दिए थे. कुलदीप ने 10 ओवर में 60 रन खर्च करते  हुए 5 बल्लेबाजों को आउट किया जिसमें एक मेडन ओवर भी डाला था.

भारत में हैं दो चाइनामैन गेंदबाज
जहां अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दक्षिण अफ्रीका के पॉल एडम्स और ऑस्ट्रेलिया के ब्रैड हॉग इस शैली के नामी खिलाड़ी हैं, वहीं भारत में भी इस शैली के दो गेंदबाज प्रभावी रहे हैं. इनमें से एक हैं कुलदीप यादव और दूसरे हैं शिविल कौशिक.

शिविल कौशिक को रैना ने मौका दिया
भारत के दूसरे चाइनामैन गेंदबाज का आगाज आईपीएल 2016 में हुआ. कौशिक को गुजराज लॉयन्स के कप्तान सुरेश रैना ने राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स के खिलाफ मौका दिया था. कौशिक का एक्शन दक्षिण अफ्रीका के चाइनामैन बॉलर पॉल एडम्स के जैसा है. एडम्स ने इसे लेकर ट्वीट भी किया था. रैना की कप्तानी वाली गुजरात लॉयन्स ने कौशिक को आईपीएल-2016 में दस लाख रुपए के आधार मूल्य पर खरीदा था. स्लो लेफ्ट ऑर्म गेंदबाज कौशिक ने आईपीएल में पदार्पण करने से पहले एक भी टी-20 मैच नहीं खेला था और न ही लिस्ट-ए का कोई मैच खेला था. वह कर्नाटक प्रीमियर लीग (केपीएल) में खेलते थे. उनकी पहचान केपीएल में हुबली टाइगर्स के लिए खेलते हुए बनी.

News Source : https://khabar.ndtv.com

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