नई दिल्ली । भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने दुनिया के महान फुटबॉलर लायनल मेसी की बराबरी कर एक नई उपलब्धि हासिल की है। छेत्री ने इंटरकॉन्टिनेंटल कप के फाइनल में केन्या के खिलाफ दो गोल दागते हुए टीम इंडिया को जीत दिलाने के साथ ही अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल करियर में 64 गोल कर दिए हैं। इसी के साथ छेत्री भी मेसी की बराबरी पर आ खड़े हुए हैं। मेसी ने भी अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल करियर में 64 गोल दागे हैं।
मेसी की बराबरी पर खड़ा होना सुनील छेत्री के लिए बड़ी बात है. क्योंकि छेत्री को मेसी जितना बड़ा प्लेटफॉर्म नहीं मिलता है। मेसी स्पेन के प्रतिष्ठित क्लब बार्सिलोना के लिए खेलते हैं जबकि छेत्री भारत में फुटबॉल खेलते हैं जहां बेहद कम लोग इस खेल को पसंद करते हैं। छेत्री ने भले ही मेसी की बराबरी कर ली हो पर उन दोनों की आमदनी में जमीन-आसमान का अंतर है। एक रिपोर्ट के मुताबिक छेत्री साल में 1.5 करोड़ रु. कमाते हैं। मेसी अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में सक्रिय खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा गोल करने के मामले में संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं।
सक्रिय फुटबॉलरों में सबसे ज्यादा गोल पुर्तगाल के सुपरस्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो के नाम दर्ज हैं, जिन्होंने 150 मैचों में 81 गोल किए हैं!
सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ियों की सम्रग सूची में ये दोनों खिलाड़ी हालांकि 21वें स्थान पर हैं। इनसे ऊपर आईवरी कोस्ट के दिदिएर ड्रोग्बा (104 मैच में 65 गोल) हैं। 33 साल के छेत्री का यह 102वां मैच था और इस मैच से पहले उनके नाम 62 अंतरराष्ट्रीय गोल थे।
छेत्री प्रति मैच गोल करने की औसत के मामले में मेसी से बेहतर और सक्रिय फुटबॉलरों में सबसे बेहतर हैं। छेत्री की औसत 0.62 गोल प्रति मैच है, जबकि मेसी का औसत 0.52 (124 मैचों में 64 गोल) का है। रोनाल्डो की औसत प्रति मैच 0.54 गोल का है। मैच के बाद छेत्री से जब मेसी से बराबरी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, ‘मेसी और रोनाल्डों से मेरी तुलना करना सही नहीं है। मैं उन दोनों खिलाड़ियों का बड़ा प्रशंसक हूं। वे काफी बड़े खिलाड़ी हैं। मैं अपने देश के लिए अधिक से अधिक गोल करना चाहता हूं।