नई दिल्ली। वर्ष 2017-18 गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी- माइक्रोफाइनेंस संस्थान (एनबीएफसी-एमएफआई) में इक्विटी निवेश 40 फीसद बढ़कर 9631 करोड़ रुपये हो गया है। यह जानकारी माइक्रोफाइनेंस इंस्टिट्यूशन्स नेटवर्क (एमएफआईएन) की एक रिपोर्ट में सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक एनबीएफसी-एमएफआई का ग्रॉस लोन पोर्टफोलियो (जीएलपी) 50 फीसद बढ़कर मार्च 2018 तक 48000 करोड़ रुपये के पार हो गया है।
एमएफआईएन के चीफ एग्जिक्यूटिव हर्ष श्रीवास्तव ने कहा, “इस क्षेत्र में निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। यह साफ तौर पर बीते वित्त वर्ष में बढ़े इक्विटी निवेश से पता चलता है।” उन्होंने यह भी बताया कि यह उन कई मध्य और लघु माइक्रोफाइनेंस संस्थाओं के लिए प्रोत्साहित करने वाले संकेत हैं, जो अपनी पहुंच और संचालन का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक एनबीएफसी-एमएफआई ने वर्ष 2017-18 में कुल 59,629 करोड़ रुपये के मूल्य के 268 लाख लोन वितरित किये हैं। यह बीते वित्त वर्ष से 49 फीसद ज्यादा है।
31 मर्च, 2018 तक क्लाइंट्स की संख्या 25 फीसद बढ़कर 2.53 करोड़ हो गई है। औसत लोन राशि प्रति खाता 22,273 रुपये रही है। एमएफआईएन भारत में माइक्रो फाइनेंस उद्योग के लिए एक इंडस्ट्री एसोसिएशन और सेल्फ रेग्युलेटरी संस्था है। मौजूदा समय में इसकी मेंबरशिप में 48 दिग्गज एनबीएफसी हैं।