नई दिल्ली। तमिलनाडु के तूतीकोरिन में स्थित वेदाता ग्रुप के स्टरलाइट कॉपर प्लांट को बंद कराने की मांग को लेकर बीते दिनों प्रदर्शन कर रहे लोगों पर की गई पुलिस कार्रवाई के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में दायर याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई हुई। न्यायमूर्ति राजीव शकधर की पीठ ने सुनवाई के बाद कहा कि मामले में जांच का फैसला राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) करेगा।
पीठ ने कहा कि एनएचआरसी ने अपने स्तर पर पहले ही तमिलनाडु के मुख्य सचिव व डीजीपी को जांच कर 29 मई तक रिपोर्ट देने का आदेश जारी किया है। ऐसे में याची भी 29 मई को एनएचआरसी के समक्ष अपना पक्ष रख सकता है।
बृहस्पतिवार को याचिका दायर कर दिल्ली हाई कोर्ट से एनएचआरसी को सीधे दखल देने का आदेश जारी करने की मांग की गई थी। ज्ञात हो कि स्टरलाइट कॉपर प्लांट को बंद कराने की मांग को लेकर तीन महीने से स्थानीय लोग प्रदर्शन कर रहे थे। गत बुधवार को प्रदर्शन ¨हसक होने पर पुलिस द्वारा की गई फाय¨रग में 10 लोगों की मौत हो गई थी।
ज्ञात हो कि स्टरलाइट कॉपर प्लांट को बंद कराने की मांग को लेकर तीन महीने से स्थानीय लोग प्रदर्शन कर रहे थे। हालात को देखते हुए तमिलनाडु में बुधवार रात से इंटरनेट सेवा अस्थाई रूप से बंद कर दी गई हैं। गौरतलब है कि तमिलनाडु के तूतीकोरिन में तमाम एहतियात के बावजूद बुधवार को फिर से हिंसा भड़क गई थी। जिसमें एक और नागरिक की मौत हो गई जबकि 3 अन्य घायल हो गए। जिसके बाद रात 9 बजे से प्रशासन ने इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी। अभी तक तमिलनाडु हिंसा में कुल 13 लोगों के मारे जाने की ख़बर है।
वहीं, मद्रास हाईकोर्ट ने कहा है कि तूतीकोरिन में मारे गए लोगों के शव अगले आदेशों तक सुरक्षित रखे जाएं। उधर, तूतीकोरिन घटना के बाद शेयर बाजार में वेदांता का शेयर औंधे मुंह गिर गया। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय खनन कंपनी वेदांता लिमिटेड की स्टरलाइट कॉपर तांबे को ढालने का काम करती है और तूतीकोरिन स्थित इस प्लांट से सालाना करीब चार लाख टन तांबा ढाला जाता है। मंगलवार को लोग इसी प्लांट को बंद करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।
बुधवार को एक और मौत, 3 घायल
बुधवार को स्थानीय अस्पताल में प्रदर्शनकारी और पुलिसकर्मियों के बीच हुई झड़प के बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। हिंसक प्रदर्शन में एक 22 साल के एक युवक की मौत हो गई जबकि 3 अन्य के घायल होने की खबर है। इसके बाद पूरे शहर में धारा 144 लगा दी गई है और रात 9 बजे से इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। प्रशासन ने अगले 5 दिन तक इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाई है।
बता दें कि हिंसक प्रदर्शन की शुरुआत मंगलवार से हुई थी। यहां तूतीकोरिन (अब थूथकुड़ी) शहर में लोग वेदांता ग्रुप की स्टरलाइट कॉपर यूनिट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान प्रदर्शनकारी और पुलिस में हिंसक झड़प हुई। जिसके बाद ‘पुलिस कार्रवाई’ में करीब एक दर्जन लोग मारे गए और 42 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं।