नई दिल्ली: 9 मई 2024 की सुबह 7 बजे का वक्त और नदी किनारे मॉर्निंग वॉक के लिए आए लोगों की भीड़। अचानक लोगों के बीच हलचल तेज हो जाती है और कुछ ही देर में पुलिस की एक गाड़ी वहां पहुंचती है। पता चलता है कि नदी किनारे करीब 24-25 साल की एक महिला की क्षत-विक्षत हालत में लाश मिली है। लाश को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया जाता है और पुलिस मामले की तफ्तीश शुरू कर देती है। माहौल में एक दहशत भरा सन्नाटा पसर जाता है। ना कोई सबूत और ना सुराग। आखिर ये महिला कौन थी और उसकी ये हालत किसने की?
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आती है, तो पता चलता है कि महिला की हत्या करीब 10 दिन पहले गला दबाकर की गई है। वहीं, पुलिस को मौके से ऐसा कोई सबूत नहीं मिलता, जिससे महिला के बारे में कुछ सुराग मिल सके। तफ्तीश चल रही थी और पुलिस के लिए पूरी तरह से ये एक ब्लाइंड मर्डर केस था। इस बीच पुलिस को नदी के पुल पर लगे सीसीटीवी की एक फुटेज मिलती है। इस फुटेज में एक आदमी नजर आता है, जो अपने साथ लाए सूटकेस को उठाकर नदीं में फेंक रहा था। पुलिस आसपास के कुछ और सीसीटीवी चेक करती है तो एक रोंगटे खड़े कर देने वाली सच्चाई सामने आती है।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कड़ियों को जोड़ती हुई पुलिस उस बिल्डिंग तक पहुंचती है, जहां से वो आदमी इस सूटकेस को लेकर नदी तक पहुंचा था। बिल्डिंग में लगे सीसीटीवी कैमरे की पिछले एक महीने की फुटेज खंगाली जाती है, तो महिला का कातिल मिल जाता है। ये कातिल कोई और नहीं, बल्कि उस महिला का पति नही निकलता है। 46 साल के अमीमन रहमान ने अपनी 24 वर्षीय पत्नी सुमा बेगम को मारकर और उसकी लाश को सूटकेस में बंद कर नदी में फेका था। सवाल गूंजने लगता है कि आखिर क्यों उसने अपनी पत्नी को इस तरह कत्ल कर नदी में फेंका? पुलिस पूछताछ करती है तो खुलासा होता है एक ऐसी कहानी का, जिसमें पति-पत्नी के बीच ‘वो’ का कनेक्शन मिलता है।
ये कहानी शुरू होती है साल 2019 से, जब सुमा बेगम और अमीमन रहमान का निकाह हुआ। दोनों के परिवार ने मिलकर ये रिश्ता तय किया था और निकाह के एक साल बाद ही 2020 में सुमा बेगम अपने पति रहमान के साथ पूर्वी लंदन में जाकर बस गई। रहमान यहां एक होटल में शेफ की नौकरी करता था। वक्त बीतने लगा और कुछ समय बाद सुमा रहमान के दो बच्चों की मां बन गई। दोनों की जिंदगी ठीक चल रही थी कि तभी सुमा की लाइफ में एक शख्स की एंट्री हुई। सुमा मोबाइल पर टिकटॉक वीडियो देखती थी। यहीं उसकी मुलाकात शाहीन मिया से हुई, जो संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में रहता था।
धीरे-धीरे दोनों के बीच बातें बढ़ने लगीं और बातचीत का ये सिलसिला इश्क में बदल गया। सुमा ने शाहीन को अपना नंबर दे दिया और अब दोनों फोन पर लंबी बातें करने लगे। सुमा अपने पति रहमान से 22 साल छोटी थी, जबकि उसका ये प्रेमी उसी की उम्र का था। एक दिन रहमान जब घर लौटा तो उसने सुमा को अपने प्रेमी से बातें करते हुए सुन लिया। रहमान गुस्सा हुआ और सुमा से कहा कि वो इस रिश्ते को खत्म कर दे। सुमा ने शाहीन से रिश्ता खत्म करने से साफ साफ इनकार कर दिया। रहमान दुखी हुआ लेकिन उसने कुछ नहीं कहा और दोनों अपने बच्चों के साथ एक ही छत के नीचे जिंदगी गुजारने लगे।
वो 29 अप्रैल का दिन था, जब रहमान होटल से घर लौटा और उसने सुमा को शाहीन के साथ वीडियो कॉल पर बात करते हुए देखा। रहमान भड़क उठा। वो सुमा के पास पहुंचा और उसका गला दबाने लगा। सुमा ने भागने की कोशिश की, लेकिन रहमान के हाथ उसकी गर्दन पर कसते चले गए। दूसरी तरह वीडियो कॉल पर मौजूद शाहीन ने तीन बार सुमा के चीखने की आवाज सुनी। जब रहमान को लगा कि सुमा मर चुकी है, तो उसने फोन उठाया और कॉल पर मौजूद शाहीन से कहा, ‘देखो मैंने इसे मार दिया है और अब तुम तैयार हो जाओ।’
इसके बाद रहमान ने सुमा की लाश को एक सूटकेस में रखा और आधी रात को घसीटकर नदी के पास ले गया। रहमान जब सूटकेस को ले जा रहा था, तो उसकी गोद में उसका एक बच्चा भी था। पुल पर पहुंचकर रहमान ने सूटकेस को नदी में फेंक दिया। पुलिस पूछताछ में रहमान ने ये तो स्वीकार किया कि उसने अपनी पत्नी का गला दबाया और उसकी लाश को नदी में फेंका, लेकिन ये कबूल नहीं किया उसके गला दबाने से सुमा मर गई थी। उसने कहा कि सुमा उस वक्त केवल बेहोश हुई थी। रहमान को अपनी पत्नी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां अब 31 जुलाई को उसे सजा सुनाई जाएगी।