ब्यूरो संजीव शर्मा
न्यूज़ वाणी इटावा । दसवीं मोहर्रम, योमें आशूरा पर शहीद ए आज़म हजरत इमाम हुसैन एवं शहीदाने कर्बला का ताजियत में उठाए जाने वाले ताजियों को स्थानीय वाइस ख्वाजा कब्रिस्तान में स्थित कर्बला में या अली या हुसैन के साथ हम हुसैनी है ,करबला हमारा है ,कि गगन भेदी नारों के साथ ताजिए सुपुर्दे खाक कर दिए गए ।यहां पर शहीदाने कर्बला की नजर के साथ मनकवत कुरानख्वानी की तथा दुआ पढ़ी गई ।इससे पूर्व विभिन्न इमामबाड़ों इमामबारगाहों में कुरान ख्वानी के साथ जिक्रे शहादतैन व मजलिंसो का आयोजन किया गया। इसके उपरांत ताजियों के उठने का सिलसिला शुरू हुआ ।सभी ताजिए स्थानीय मोहल्ला रामगंज चौराहे पर एकत्रित हुए। यहां पर बारह अखाडो के उस्ताद खलीफाओं ने अपने मय शिष्यों के साथ सलामी दी। यहां पर अलमध्वजों व जुल्फिकारों का हुजूम पहुंचा।
इटावा के कई बैंडों ने शिरकत की। उन्होंने शहीदाने कर्बला की शान में मातमी धुनों के साथ नजराना पेश किया। रामगंज चौराहे से ताजियों के काफिले ने कर्बला की तरफ कूच किया ।मेवाती मोहल्ला, उर्दू, अड़ार व नौरंगाबाद के सफेद ताजियों के साथ व रामगंज इमामबाड़े से चांदी का ताजिया कौमी तहफ्फुज कमेटी के संयोजक खादिम अब्बास, समसुल हसन वारसी, पप्पू ,परवेज वारसी ,चीनी व भानू के नेतृत्व में उठा, जो मुख्य जुलूस में शामिल हो गया ।चांदी व मेवाती मोहल्ले के सफेद ताजिए जो अबरक पर सफेद कागज की महीन कटिंग से काबा, मदीना, कर्बला के तुगरे बनाए गए थे वह आकर्षण का मुख्य केंद्र थे ।इसके अलावा पथवरिया शाहग्रान से प्लास्टिक के ताजिए बनाए गए थे।
कटरा सेवा कली मोहल्ला साबित गंज शाहग्राम ,शाहगंज सराय सरायकूचाशीलचंद्र, गाड़ीपुरा,नई बस्ती रानी बाग, शाह कमर, पचराहा, कसाब खाना, पक्का तालाब, काशीराम कॉलोनी, नई बस्ती टीला मोहल्ला, दरीबालान से भी ताजिए उठाए गए ।जिन्होंने नगर के प्रमुख मार्गों का भ्रमण किया ।ताजिए जुलूस की छटा देखने के लिए श्रद्धालुजनों का जनसमुद्र सड़कों पर उमड पड़ा ।ताजिया जुलूस मार्ग पर अकीदतमंदों ने लंगर व शरबत की व्यवस्था की थी ।मोहर्रम जुलूस में कौमी तहफ्फुज कमेटी के संयोजक खादिम अब्बास पूर्व अध्यक्ष फुरकान अहमद, वरिष्ठ पत्रकार मसूद तैमूरी इंसानी भाईचारा समिति अध्यक्ष मोहम्मद आमीन भाई ,मोहम्मद इरशाद खान, मोहम्मद यूसुफ ,सिराज अहमद ,फरीदमेव हाजी मोइनुद्दीन मंसूरी उर्फ गुड्डू, हाजी साजिद वारसी ,एजाज अहमद, हाजी फजल यूसुफ,डैनी गुप्ता व सरवर वारसी की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।