“वायनाड लैंडस्लाइड: 3 हजार से अधिक लोगों को रिहैब सेंटर भेजा गया”
केरल के वायनाड में तेज बारिश के बाद लैंडस्लाइड में मरने वालों की संख्या 165 हो गई हैं। 131 लोग अस्पताल में हैं, जबकि 220 के लापता होने की रिपोर्ट लिखाई गई है। लैंडस्लाइड सोमवार देर रात 2 बजे और 4 बजे के करीब मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांवों में हुई थीं। इनमें घर, पुल, सड़कें और गाड़ियां बह गईं। आर्मी, एयरफोर्स, NDRF, SDRF, पुलिस और डॉग स्क्वॉड की टीमें रेस्क्यू में जुटी हैं। देर रात तक 1 हजार लोगों का रेस्क्यू किया गया, 3 हजार लोगों को रिहैब सेंटर में भेजा गया है। मौसम विभाग ने वायनाड के अलावा मलप्पुरम, कोझिकोड, कन्नूर और कासरगोड जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इससे रेस्क्यू ऑपरेशन में आज परेशानी हो सकती है।
हादसे के बाद राज्य में दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है। 12 जिलों में 30 जुलाई को स्कूल-कॉलेज में छुट्टी घोषित कर दी गई। केरल यूनिवर्सिटी ने 30 और 31 जुलाई को होने वाली सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। नई तारीखों का ऐलान बाद में किया जाएगा। लैंडस्लाइड की घटना का जायजा लेने वायनाड जा रहीं केरल की हेल्थ मिनिस्टर वीना जॉर्ज बुधवार (31 जुलाई) को सुबह करीब साढ़े 7 बजे एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गईं। उन्हें मलप्पुरम स्थित मंजेरी के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। घटना एक स्कूटर सवार को बचाने के चलते हुई। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने खराब मौसम और सुरक्षा कारणों से वायनाड दौरा रद्द कर दिया है। राहुल ने आज कांग्रेस सांसदों के साथ संसद के सेंट्रल हॉल में वायनाड में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति दो मिनट का मौन रखा।
वायनाड का मुंडक्कई गांव लैंडस्लाइड की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां चूरलमाला को मुंडक्कई से जोड़ने वाला पुल बह गया है, जिससे क्षेत्र तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। मुंडक्कई में करीब 250 लोगों के फंसे होने की खबर है। यहां कई घर बह गए हैं, जिनमें 65 परिवार रहते थे। पास के एक टी एस्टेट के 35 कर्मचारी भी लापता हैं। कोझिकोड जिले के सभी पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके अलावा, सभी ग्रेनाइट खदानों को अस्थायी रूप से बंद करने के लिए कहा गया है।