हाजीपुर में सावन की तीसरी सोमवारी पर बाबा हरिहर नाथ को जलाभिषेक करने सोनपुर जा रहे 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। हादसा हाजीपुर इंडस्ट्रियल थाने के सुल्तानपुर गांव में रात करीब 12 बजे हुआ है। चंद सेकेंड में हादसा हो गया। 15 सेकेंड तक शव ट्रॉली से चिपके रहे। करंट लगने के बाद लोगों के शव जलते रहे।
सावन के महीने में गांव के लोग हर सोमवार को पास के हरिहर नाथ मंदिर में जलाभिषेक करने जाते हैं। रविवार की रात भी गांव के लोग जलाभिषेक के लिए निकले थे। इसके लिए DJ ट्रॉली का भी इंतजाम किया था, लेकिन गांव की खराब सड़क से DJ ट्रॉली को निकालने के दौरान ही ट्रॉली सड़क के ऊपर से गुजर रहे हाईटेंशन तार की चपेट में आ गई। करंट की वजह से ट्रॉली पर सवार लड़के झुलस गए तो कई अफरातफरी के दौरान करंट की चपेट में आ गया।
घटनास्थल पर ही 9 की मौत हो गई है। हादसे की खबर पाकर बड़ी संख्या में पुलिस के साथ SDM मौके पर पहुंचे तो स्थानीय लोग हंगामा करने लगे। लोगों का आरोप था कि बिजली विभाग की लापरवाही से ये हादसा हुआ है। लोगों का ये भी कहना था कि हादसे के बाद लगातार सूचना देने के बाद भी बिजली विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया न ही समय पर बिजली काटी है। स्थानीय लोगों के अनुसार ट्रॉली पर करीब 15 लोग थे, जबकि 150 लोगों का जत्था ट्राली के पीछे-पीछे चल रहा था। ट्रॉली और जत्थे के बीच 30-35 मीटर की दूरी रही होगी। जैसे ही ट्रॉली तार से टकराई, ब्लास्ट होने लगा। ये देखकर पीछे वाले लोग डर से और पीछे हो गए। अगर सभी ट्रॉली के साथ या आसपास होते तो मरने वालों और घायलों की संख्या बहुत बड़ी हो सकती थी।
मृतक आमोद कुमार के पिता देवी लाल ने बताया कि ट्रॉली जा रही थी। उसमें तार सटने से करंट लगा। लाइट आधे घंटे के बाद कटी है। सभी बाबा हरिहरनाथ जा रहे थे। पीछे बहुत लोग थे। आगे कम ही लोग थे, जो भी उसकी चपेट में आएं उनकी मौत हो गई। ज्यादा लोग होते आगे तो और भी बड़ा हादसा हो सकता था। स्थानीय धर्मेंद्र कुमार पासवान ने बताया कि इस एरिया के बिजलीकर्मियों को फोन करने पर भी फोन नहीं उठाया है। बात हुई तो वो बोला कि पुलिसवालों को बताइए यहां 9 लोग मर गए हैं। मामले की जांच की जा रही है।