‘लव मैरिज के बाद मेरी लाइफ इतनी नरक हो जाएगी, सोचा नहीं था। वाराणसी के ढेलवारिया की रहने वाली अंजू की शादी साल 2018 में नई बस्ती लहरतारा में रहने वाले संजय पांडेय से हुई थी। शादी के 2 साल बाद से अंजू को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा। धीरे-धीरे यह प्रताड़ना बढ़ने लगी। 1 अगस्त, 2024 को वह पति और ननद की प्रताड़ना को सहन नहीं कर पाई और छत से कूदकर भाग गई।
मोहनसराय पहुंचकर अपने भाई को दूसरे के नंबर से फोन करके बुलाया। लेकिन भाई उसकी हालत देखकर पहचान नहीं पाया। काफी मशक्कत के बाद घरवाले उसे घर लाए और डॉक्टर को दिखाया। जांच में पता चला कि बेटी के शरीर पर 40 से अधिक जख्म हैं, जिनमें से कई अभी भी ताजे हैं। इसके बाद घरवालों ने पुलिस कमिश्नर से मिलकर शिकायत की। कमिश्नर ने जैतपुरा थाना पुलिस को मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया है।
अंजू को अब मोहल्ले वाले भी नहीं पहचान पा रहे हैं। घर के एक कमरे में बैठी अंजू की पुरानी फोटो देखी, तो हम भी आश्चर्य में पड़ गए कि ये वही अंजू है। अंजू से हमने जब पूछा तो वह फूट-फूट कर रोने लगी। उसने बताया- मेरी मां की रिश्तेदारी में संजय था। मुझे उससे प्यार हो गया और हम दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें खाईं। घरवालों ने भी हमारी बात मानी और 25 मई, 2018 को हम दोनों की एक मंदिर में शादी करवा दी। घरवालों के साथ मैं भी खुश थी। लेकिन सिर्फ 2 महीने बाद ही यह खुशी प्रताड़ना में बदल गई।
अंजू ने बताया- संजय मंदिर में तिलक लगाने का काम करते हैं। मैं उसी से खुश थी। जिंदगी 2 महीने अच्छे से चली। इसके बाद मेरी ननद सुंदरी पांडेय और सास ने मुझे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। मैंने अपने पति संजय से कहा तो उसने भी अपनी बहन का साथ दिया। कहा- तुम दहेज में कुछ नहीं लाई हो। घरवालों को फोन करो कि 4 लाख रुपए लेकर आएं। साथ ही मेरे नाम एक बिस्वा जमीन लिखें। ऐसा नहीं हुआ तो मारपीट झेलनी पड़ेगी।
अंजू ने रोते हुए कहा- उस दिन हिम्मत करके न भागी होती, तो वो लोग मुझे तेजाब से जला देते और मार देते। मुझे कपड़े नहीं पहनने दिए जाते थे। दिन भर घर में आधे-अधूरे कपड़ों में कमरे में पड़ी रहती थी। किसी से मोबाइल पर बात नहीं कर सकती थी। छोटी ननद हर समय मुझ पर नजर रखती थी कि मैं क्या कर रही हूं। जब मन होता, सुंदरी मेरे कपड़े उतार कर बेल्ट और चप्पल से पीटने लगती थी। मेरे शरीर से खून बहता तो सब हंसते थे।
अंजू ने बताया- मेरे 2 बेटे और एक बेटी हुई। बेटा सम्राट पांडेय 5 साल का है। उसके बाद एक लड़की हुई थी जो तीन साल की होकर मर गई, क्योंकि उसे सही इलाज नहीं मिला। उसके बाद एक और बेटा युवराज पांडेय है। दोनों बच्चों को सुंदरी खुद को मां कहलाती है। दोनों बच्चों को बचपन से मुझसे नफरत करना सिखाया गया। अब बच्चे मुझे गाली देते हैं। सुंदरी बच्चों को मेरे पास नहीं रहने देती। जब तक मैं गर्भवती रहती थी, तो मुझे नहीं पीटते थे। लेकिन उसके बाद फिर प्रताड़ित करने लगते थे।
अंजू अभी भी सिहर उठ रही है। अंजू ने बताया- सुंदरी, सास और संजय मुझ पर बहुत जुल्म करते थे। जब मन होता सुंदरी मुझसे पानी भरवाती थी, जबकि घर में पानी भरा होता था। मुझे बिना पूरे कपड़ों के हैंडपंप से पानी भर कर लाना पड़ता था। एक दिन किसी बात पर नाराज होने पर सुंदरी ने मुझे बहुत मारा और अपना मल-मूत्र भी पिलाया। मेरे सीने पर खौलता तेल फेंक दिया। मेरे ससुर ने मुझे बचाने का प्रयास किया तो इन लोगों ने उन्हें भी मारा।
हमसे बार-बार यही पूछा कि भैया उन्हें सजा कब मिलेगी। उन्हें सजा मिलेगी न। हमने उन्हें कहा कि पुलिस अपना काम कर रही है। दोषियों को सजा जरूर मिलेगी। अंजू पांडेय की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। थानाध्यक्ष जैतपुरा बृजेश कुमार मिश्रा ने बताया- चौकी इंचार्ज चौकाघाट ने महिला का बयान लिया। इसके आधार पर थाने पर दहेज प्रताड़ना और मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। पुलिस जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी।