छिंदवाड़ा में पारिवारिक कलह ने उमरानाला के गोरेघाट निवासी एक मां और उसकी मासूम बेटी का जीवन छीन लिया। शनिवार को पारिवारिक विवाद से नाराज महिला अपनी नौ महीने की बेटी के साथ घर से निकल गई। काफी तलाश के बाद भी दोनों का पता नहीं लगा तो परिजन पुलिस के पास पहुंचे। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर मां-बेटी की तलाश शुरू की। तलाश के दौरान रविवार को एक कुएं के बाहर उनकी मोबाइल और चप्पल मिली थी। इसके बाद पुलिस ने रेस्क्यू कर महिला के शव को बाहर निकाला। काफी मशक्कत के बाद सोमवार सुबह बच्ची का शव कुएं में मिला।
चौकी प्रभारी महेन्द्र भगत ने बताया कि गोरेघाट निवासी निकिता सरेयाम ने दो साल पहले पुष्पराज गोरे से लव मैरिज की थी। दंपती की नौ महीने की बेटी अर्ना थी। शनिवार को पुष्पराज किसी काम से नागपुर गया था। इस दौरान निकिता का सास से पारिवारिक बातों को लेकर विवाद हो गया था। गुस्से में निकिता बेटी अर्ना को लेकर घर से निकल गई। पुष्पराज वापस लौटा और निकिता व बेटी की तलाश शुरू की, लेकिन दोनों नहीं मिलीं। इसके बाद देर रात पुष्पराज ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस गुमशुदगी दर्ज कर मां-बेटी की तलाश कर रही थी। इस दौरान उनके शव कुएं में मिले।
कुएं के पास मिली थी मोबाइल की लोकेशन
पुलिस ने साइबर की मदद से महिला के मोबाइल की लोकेशन निकाली। लोकेशन गांव के एक कुएं के पास की मिली। पुलिस ने वहां जाकर देखा तो कुएं के बाहर मोबाइल और एक जोड़ी चप्पल पड़ी थी। रविवार को रेस्क्यू कर महिला शव कुएं से बाहर का निकाला गया। बच्ची का शव तलाश के दौरान सोमवार सुबह मिला, पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।