फतेहपुर- विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एक अप्रैल से 30 अप्रैल एवं दस्तक अभियान 10 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलाया जाएगा। नगर पालिका परिषद सदर में मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना ने गुब्बारे उड़कर अभियान का शुभारंभ किया।सीडीओ ने कहा कि संचारी रोगों के बारे में जागरूकता फैलाएं साथ ही लोगों को स्वच्छता के बारे में जागरूक करें क्योंकि संचारी रोगों के उत्पन्न होने में गंदगी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसलिए अपने आसपास साफ सफाई रखें और मच्छर से बचाव के लिए सभी उपाय करें।उन्होंने कहा कि आशा बहू व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां घर-घर जाकर 15 साल से कम आयु के बच्चों अथवा क्षय रोग के लक्षण वाले व्यक्ति पाए जाएं तो उनके घर के प्रमुख जगह पर स्टीकर लगाएं। इसके साथ ही चिकित्सा परामर्श दें और बुखार के रोगियों की सूची, आईएलआई (इन्फ्लूएंजा लाईक इलनेस) रोगियों की सूची, क्षय रोग के लक्षणयुक्त रोगियों की सूची, कुष्ठ रोग, फलेरिया रोग एवं कालाजार रोग के लक्षणयुक्त रोगियों चिह्नित करें। उपस्थित आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं नागरिकों को शपथ दिलाई कि कोई भी बुखार दिमागी बुखार नवकी बीमारी हो सकता हैं। दिमागी बुखार जानलेवा हो सकता और रोग के उपरान्त शारीरिक और मानसिक विकलांगता भी ला सकता हैं। इस बीमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित होने का खतरा हमारे प्रदेश के 1-15 साल के बच्चों को है। दिमागी बुखार से हमारे गांव, ब्लाक, जनपद और प्रदेश को मुक्त कराने के लिये प्रतिबद्ध हैं।
प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. इस्तियाक अहमद ने बताया कि संचारी/संक्रामक रोग ऐसे रोग हैं, जो एक रोगग्रस्त व्यक्ति से दूसरे स्वस्थ्य व्यक्ति में दूषित भोजन, जल के प्रयोग से तथा कीटों, जानवरों आदि के सम्पर्क में आने से फैलते हैं। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) धीरेन्द्र प्रताप, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. सुजाता ठाकुर, जिला कार्यक्रम अधिकारी साहब सिंह यादव, जिला पंचायत राज अधिकारी उपेन्द्र राज सिंह, नगर पालिका परिषद सदर समीर कश्यप ने भी संचारी रोगों के बचाव के संबंध में विस्तार से प्रकाश डाला।