आगरा: एक 12 साल की एक बच्ची ने परिवार के लिए सुबह चाय बनाई थी। चीनी के डिब्बे में रखा सफेद रंग का पदार्थ उसने चीनी समझकर चाय में डाल दिया। चाय पीने के बाद लोगों के मुंह से झाग निकलने लगे। हालत बिगडऩे पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों ने जांच की तो पता चला कि चाय में जहरीला पदार्थ पीया गया है। जिसे यूरिया बताया जा रहा है। तीन लोग एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं।
मामला खंदौली के गुढ़ा गांव का है। गांव के रहने वाले विद्याराम की 12 साल की बेटी शालू ने परिवार के लिए रविवार सुबह चाय बनाई थी। चीनी के डिब्बे में यूरिया रखी थी। उसने चाय में चीनी समझकर डाल दी। चाय पीने के बाद विद्याराम की पत्नी राजश्री, शालू, विद्याराम और विजेंद्र बेहोश हो गए। सभी के मुंह से झाग निकलने लगे। ये देख परिवार के अन्य लोग उन्हें सीएचसी पर ले गए। वहां विजेंद्र, शालू और राजश्री की हालत ज्यादा गंभीर दिखाई दी। तीनों को एसएन मेडिकल कालेज में रेफर किया गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि चीनी के डिब्बे में चीनी नहीं थी। उसके पास एक पॉलीथिन रखी थी। जिसमें यूरिया थी। शालू ने चीनी का डिब्बा उठाया था। मगर उसमें चीनी नहीं थी। डिब्बे के बराबर में पॉलीथिन में रखी यूरिया को उसने चीनी समझकर चाय में डाल दिया था। जिसे पीने के बाद लोगों की हालत बिगड़ गई। सीएचसी प्रभारी डॉ. मुकेश कुमार ने बताया कि तीनों ने कौन सा पदार्थ खाया है। ये अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन यूरिया किडनी और लीवर के लिए घातक होता है।
एत्मादपुर तहसीलदार मंदाता सिंह ने बताया कि चाय में जहरीला पदार्थ पीने से परिवार के लोगों की हालत बिगड़ गई है। ग्रामीणों के मुताबिक चाय में यूरिया बताई जा रही है। पदार्थ को जांच के लिए लैब भेजा गया है। तीन लोगों की हालत ज्यादा खराब बताई गई थी। अब हालत में सुधार की जानकारी मिल रही है।