आगरा में नाबालिग गैंगरेप पीड़िता अपनी दादी के साथ शहीद स्मारक पर धरने पर बैठ गई है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर गिरफ़्तारी की मांग की है। पीड़िता का कहना है कि जब तक न्याय नहीं होगा, वो धरने पर बैठी रहेगी। डेढ़ महीने पहले सैंया की रहने वाली किशोरी जगदीशपुरा में रिश्तेदारी में एक शादी में अपनी दादी के साथ शामिल हुई थी। यहीं उसकी मुलाकात एक लड़की से हुई। उस लड़की की मां एक युवक के साथ पीड़िता को तांत्रिक के पास ले गई। जहां तांत्रिक ने अपने साथियों के साथ किशोरी के साथ गैंगरेप किया।
इसके बाद किशोरी को अछनेरा ले गए। वहां भी तांत्रिक ने किशोरी से दुराचार किया। पीड़िता ने बताया कि आरोपी किशोरी को कोटा ले गए। जहां केकड़ी राजस्थान निवासी एक व्यक्ति के साथ शादी कर उसे साढ़े 4 लाख रुपए में बेच दिया। किशोरी किसी तरह निकलकर पास के ही पेट्रोल पंप पर पहुंच गई। अपने परिवार वालों को फोन किया। जिसके बाद वह किसी तरह स्थानीय पुलिस के पास पहुंची।
किशोरी का परिवार कोटा पहुंचा। वहां किशोरी पुलिस के पास थी। वे किशोरी को अपने साथ आगरा ले आए। पीड़िता ने बताया कि आगरा में केवल अपहरण की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया। पीड़िता ने अपने पिता और दादी के साथ पुलिस कमिश्नर से मिली। जिसके बाद थाना जगदीशपुरा पुलिस ने रेप, अपहरण, षड्यंत्र, बंधक बनाना, मानव तस्करी और पॉक्सो की धाराएं बढ़ाई।
पीड़िता का कहना है कि आरोपी लगातार उसे और उसके परिवार को धमकियां दे रहे हैं। समझौते का दबाव बना रहे हैं। 18 जून से 26 जून तक किशोरी के साथ लगातार दुष्कर्म हुआ। डेढ़ महीना बीतने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है। धमकियों और दबाव के कारण किशोरी के पिता दूसरे शहर में जाकर मजदूरी कर रहे हैं।
किशोर अपनी दादी के साथ किराए के घर में रह रही है। पीड़िता ने अधिकारियों से आरोपियों की गिरफ्तारी और परिवार की सुरक्षा की मांग की है। किशोरी की दादी का कहना है कि पुलिस अभी भी सुनवाई नहीं कर रही रही है। जिसको लेकर पीड़ित किशोरी और उसकी दादी धरने पर बैठ गई।