न्यूज़ वाणी ब्यूरो मुन्ना बक्श बांदा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिल कुमार श्रीवास्तव के दिशा निर्देश पर जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम टीम बांदा द्वारा इंडियन बैंक ग्रामीण स्वरोजगार संस्थान बांदा में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी कार्यशाला आयोजित की गई।
कार्यशाला का उद्घाटन निदेशक आई से टी गिरजेश एवं डॉ हर दयाल द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
कार्यशाला में मनोरोग चिकित्सक डॉ हरदयाल ने बताया कि मानसिक रोग किसी को भी किसी भी अवस्था में हो सकता है उन्होंने बताया कि अवसाद एंजायटी ओसीडी तथा शिजोफ्रेनिया आदि रोग मानसिक रोग के अंतर्गत आते हैं। मानसिक रोग हो जाने पर जिला चिकित्सालय में आकर काउंसलिंग व उपचार ले सकते हैं बचाव के लिए प्रातः उठकर टहलना परिवार के साथ समय व्यतीत करना चाहिए। क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ रिजवाना हाशमी ने बताया कि हर व्यक्ति को किसी न किसी तरह का तनाव है तनाव से बचने के लिए अपने अंदर के सकारात्मक प्रतिक्रिया को देखने का प्रयास करना चाहिए वह आपके साथ हुए अच्छे पलों को याद करना चाहिए। अनुश्रवण एवं मूल्यांकन अधिकारी नरेन्द्र कुमार मिश्रा ने बताया कि किसी भी परिस्थित के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए किसी भी कार्य करने के लिए एक लक्ष्य बनाकर उसे पर कार्य करना चाहिए कभी हार नहीं माननी चाहिए। उन्होंने बताया कि मन की सुंदरता व्यक्ति को श्रेष्ठ बनती है इसलिए अपने अंदर काबिलियत विकसित कीजिए। अपने हुनर की पहचान कीजिए संसार हमेशा काबिल व्यक्ति को सलाम करता है। साइकाइट्रिक नर्स त्रिभुवन नाथ ने बताया कि यदि किसी को ऑनलाइन काउंसलिंग लेना हो तो वह 14416 या 8528 7095 25 पर कॉल करके ले सकता है। वरिष्ठ संकाय दीपक शुक्ला ने कार्यशाला में उद्घोषक के रूप में प्रमुख भूमिका निभाई जिसमें सहयोग अभय सिंह व सहायक अशोक कुमार द्वारा दिया गया। कार्यशाला के पश्चात केस रजिस्ट्री असिस्टेंट अनुपम त्रिपाठी एवं अध्यापिका कंप्यूटर निशा त्रिपाठी ने प्रशिक्षुओं से प्रश्नोत्तरी कर उन्हें पुरस्कृत कराया।
कार्यशाला में निदेशक आई से टी गिरजेश द्वारा जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।