न्यूज़ वाणी ब्यूरो मुन्ना बक्श बांदा। केन नदी के बीच में फंसे। मवेशियों की जान खतरे में है जिसका अभी तक कोई जिम्मेदार अधिकारी संज्ञान नहीं लिया है। न ही गोवंशो के खाने की कोई व्यवस्था की है।
विश्व हिंदू महासंघ गोरक्षा समिति के द्वारा लगातार जिले के जिम्मेदार अधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है कि केन नदी में 40 से 50 गोवंश वर्तमान स्थिति में फंसे हुए हैं जो कि यह गोवंश जब पहले बाढ़ आई हुई थी तभी से फंसे हुए हैं वहीं अपना हरा चारा खाकर अपना पेट भरते हैं जोकि कोई उस तरह की पौष्टिक आहार की व्यवस्था नहीं की गई यह गोवंश वहां की आसपास की गौशालाओं की हैं
जोकि गौ रक्षा समिति के जिला अध्यक्ष महेश कुमार प्रजापति नाव के द्वारा जहां पर गोवंश फंसे हुए हैं वहां पर पहुंच कर देखा कि गोवंश तो अभी सुरक्षित हैं लेकिन बाढ़ आने पर बहुत बड़ा खतरा हो सकता है इसके जिम्मेदार क्षेत्रीय अधिकारी व जिले के जिम्मेदार अधिकारी होंगे
और वहां पर देखा गया कि गोवंश के लिए कोई सुरक्षा व्यवस्था के कोई इंतजाम नहीं है न ही कोई कर्मचारी वहां पर लगा है जिससे उनकी सुरक्षा हो सके क्योंकि कोई भी अज्ञात आदमी जाकर गोवंशों को पानी की ओर भगा सकता है जिससे मवेशियों के साथ बड़ी घटना हो सकती है उनकी पानी में डूबने से मौत हो सकती है । जो कि गौ रक्षा समिति के पदाधिकारी लगातार इस तरह घटनाओं को लेकर जिला प्रशासन को तुरंत अवगत कराते हैं वर्तमान स्थिति में गौशालाओं की हालत ज्यादा खराब है जिन पर जिले की जिम्मेदार अधिकारियों को विशेष ध्यान देना चाहिए ।