एटा मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में यदि डॉक्टर उपचार न करे और वहां झाड़फूंक होने लगे तो क्या कहा जा सकता है। मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में भी सोमवार की देर रात यही हुआ। सर्पदंश की पीड़िता को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी लेकर आए। चिकित्साकों ने महिला को मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद इमरजेंसी में बायगीर बुलाकर झाड़फूंक कराई गई। हालांकि यह उपचार करीब एक घंटे चलने के बाद विफल ही साबित हुआ। बाद में मृतका महिला के शव को पुलिस द्वारा कब्जे में लेकर मोर्चरी भिजवा दिया गया। रिज़ोर थाना क्षेत्र के गांव गुमान पुर निवासी गीता को को सांप ने डंस लिया था। उसे उपचार के लिए परिजनों द्वारा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान चिकित्सकों ने महिला को मृत घोषित कर दिया।
इस बात से क्षुब्ध होकर परिजनों ने इमरजेंसी मे हंगामा करना शुरू कर दिया। हंगामा होता देख इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक व कर्मचारी बाहर निकल गए। मेडिकल कॉलेज में हंगामा होने के बाद किसी परिजन द्वारा एक बायगीर को मेडिकल कॉलेज मे बुला लिया गया। बायगीर द्वारा मृत महिला को ज़िंदा करने का दावा करते हुए इमरजेंसी मे ही करीब एक घंटे तक इलाज किया गया। इस दौरान बायगीर द्वारा महिला को पहले अपने साथ लाई गयी जड़ी बूटी का काढ़ा पिलाया गया।