भूख प्यास से दम तोड रहे दलदल में बंद मवेशी,गेट में पड़ा ताला,बहेरी की गौशाला में अव्यवस्थाओं का बोलबाला
ब्यूरो मुन्ना बक्श न्यूज़ वाणी बांदा। जिले की गौशालाओं में अव्यवस्थाओं का बोलबाला है गोवंश संरक्षण के नाम पर आवंटित धन का बंदरबांट किया जा रहा है गोवंश संरक्षण के दावे पूरी तरह से खोखले साबित हो रहे हैं
जिलाधिकारी सहित जिम्मेदार तमाम अधिकारियों के फरमान कुचले जा रहे हैं सचिव झूठी रिपोर्ट लगाकर सरकारी धन का बंदरबांट कर रहे हैं । महुआ ब्लॉक की ग्राम पंचाय त बहेरी में बनी हुई अस्थाई गौशाला का निरीक्षण महुआ ब्लॉक के ब्लाक अध्यक्ष पुष्पेंद्र यादव द्वारा किया गया यहां पर पहुंचने पर गौशाला के गेट पर ताला लटकता हुआ पाया गया और गौशाला के पीछे साइड जहां पर दलदल है उस पर सभी गौ वंशों को एक जगह एकत्र करके कैद कर दिया गया है और जहां पर नीचे फर्श बनी हुई है वहां पर खाली पड़ा हुआ है जो आप वीडियो और फोटो के माध्यम से देख रहे होंगे पुष्पेंद्र यादव द्वारा ग्राम पंचायत बहेरी के ग्राम प्रधान से जानकारी ली गई कि यहां पर ना तो कोई केयरटेकर है और ना यहां पर कोई खाने की व्यवस्था दिखाई दे रही है उनका जवाब मिला कि वहां दिनभर कोई केयरटेकर नहीं रहता है और ना कोई इतना खाली है कि वहां दिन भर कोई बैठेगा आखिर शासन द्वारा ,जिला प्रशासन द्वारा यह आदेश भी है कि वहां पर केयरटेकर को रुकना अनिवार्य है लेकिन ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव की लापरवाही से इस गौशाला के अंदर कोई भी घटना हो सकती है इसका जिम्मेदार कौन होगा और ग्रामीणों द्वारा जानकारी मिली इस गौशाला में केवल एक ही केयरटेकर नियुक्त है बाकी यहां पर दूसरा कोई नहीं है और खाने के लिए नाम मात्र के लिए कुछ ही भूसा डाला जाता है इनमें इन बेजुबान गौ वंश का क्या दोष है । उत्तर प्रदेश सरकार हमेशा बराबर इन गौ वंश के प्रति सचेत रहती है सारी व्यवस्था करने का प्रयास कर रही है लेकिन जो ग्राम प्रधान और जो ग्राम सचिव हैं उनके द्वारा भूख और प्यास से और दलदल में रहकर गौ वंश को अपना दम तोड़ने को मजबूर हो रहे हैं आखिर इस तरह की घटनाएं बराबर चली आ रही हैं अन्य गौशालाओं भी देखने को मिलती हैं तो इसके जो जिम्मेदार अधिकारी हैं इन पर क्यों करवाई नहीं कर रहें है आखिर इनका मनोबल क्यों बढ़ाया जा रहा है जो भी दोषी हो उन प्रकार कार्यवाही करें यह हमारे विश्व में महासंघ गौ रक्षा समिति के सभी पदाधिकारी की मांग है इस तरह के प्रकरण पर जल्द से जल्द कार्रवाई करते हुए उनका निराकरण किया जाय।