ब्यूरो मुन्ना बक्श न्यूज़ वाणी बांदा। जसपुरा ब्लॉक के लसड़ा ग्राम पंचायत में यमुना नदी में लगभग 11 करोड़ की लागत से सिंचाई विभाग की देखरेख में एक ठेकेदार के द्वारा अभी महीने भर पहले कराई गई पिचिग (बाढ़ के पानी से गांव के किनारे की कटान रोकने के लिए )
के पत्थर अभी बाढ़ आने पर यमुना नदी में गिरे जा रहे हैं
इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसमें व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है!
लसड़ा गांव के अवधेश सिंह; गोरेलाल सीताराम ;अनिल कुमार आदि ग्रामवासियो ने बताया कि ने बताया कि पिचिंग का काम लगभग 80%पूरा हो चुका है
लेकिन इसमें आधे से ज्यादा पिचिंग खराब हो चुकी है !
इसका मुख्य कारण मसाले की जगह मिट्टी का भरना और पतले तार का उपयोग जिसकी वजह से बहुत अधिक पिचिंग खराब हो चुकी है ! सभी ग्रामवासियों ने जिलाधिकारी महोदय बांदा से अपने वीडियो संदेश के माध्यम से संबंधित ठेकेदार और अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही और पिचिंग को दोबारा सही निर्माण हो सके !
किसान नेता पुष्पेंद्र सिंह चुनाले ने बताया कि इसका वीडियो वहीं के किसी ने अपने फेसबुक पर डाला है और जब वहां के लोगों ने बताया कि बात सही है ! पिचिंग में लगे पत्थर निकलकर नदी में समा रहे हैं !
आखिर इसका जवाब कौन देगा ?
ठेकेदार; अधिकारी या फिर जनप्रतिनिधि !
किसान नेता चुनाले ने पिचिंग में हुए इस भारी भ्रष्टाचार में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग किया है !