पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट ने 30 सितंबर की शाम से फिर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है. जूनियर डॉक्टर्स ने यह फैसला सागर दत्त मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों व नर्सो की पिटाई की घटना के खिलाफ लिया है. अपनी जनरल बॉडी की बैठक के बाद जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि सरकार ने सुरक्षा को लेकर उन्हें आश्वासन दिया गया था, लेकिन वो इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. राज्य के सरकारी अस्पतालों की स्थिति पहले के जैसी है.
सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में आरजी कर अस्पताल मामले में सुनवाई होनी है. इस सुनवाई में सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार का क्या रुख रहता है और सुप्रीम कोर्ट इस मामले में क्या कहती है, यह देखने के बाद ही जूनियर डॉक्टर आगे का फैसला करेंगे. जूनियर डॉक्टरों ने सागर दत्त मेडिकल कालेज की घटना को लेकर रविवार को सभी मेडिकल कालेजों से मोमबत्ती जुलूस निकालने की भी घोषणा की है.
बता दें कि कोलकाता के निकटवर्ती कॉलेज ऑफ मेडिसिन और सागर दत्ता अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद तीन चिकित्सकों और तीन नर्स पर हमला कर दिया गया था. पीटीआई से बात करते हुए एक जूनियर डॉक्टर ने कहा, ”हम राज्य सरकार को कुछ समय दे रहे हैं और सोमवार को उच्चतम न्यायालय में हमारी सुरक्षा के संबंध में उनकी दलीलें सुनना चाहते हैं.
उसके बाद शाम पांच बजे से हम पूरे बंगाल में सभी अस्पतालों में काम बंद कर देंगे. गौरतलब है कि आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर से दरिंदगी की घटना के खिलाफ जूनियर डाक्टरों ने 42 दिनों तक हड़ताल की थी. इस दौरान उन्होंने 10 दिनों तक स्वास्थ्य भवन के सामने धरना दिया था.