दरोगा के लिए मौत का मांझा, मदद की जगह बना वीडियो

 

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एडीजी ऑफिस से लौट रहे दरोगा की गर्दन चीनी मांझे में फंस गई, जिससे उनका गला कट गया. चाइनीज मांझे पर प्रतिबंध के बाद भी इसका प्रयोग किया जा रहा है. इसके कारण राजधानी में एक दरोगा गंभीर रूप से घायल हो गया. दरोगा अशफाक अली लखनऊ में एडीजी जोन ऑफिस में तैनात हैं. बुधवार की वह ड्यूटी से वापस अपने घर लौट रहे थे. अचानक पकरी पुल के पास उनके गर्दन चाइनीज मांझे में फंस गई.

बाइक की रफ्तार तेज होने के कारण उनका गले में कट लग गया. उनकी बाइक गिर गई और वह सड़क पर तड़पने लगे. दरोगा को बीच सड़क पर खून से लथपथ देख वहां लोगों की भीड़ लग गई. किसी ने उनकी मदद नहीं कि बल्कि मोबाइल से उनके फोटो खींचने लगे. इसी बीच ट्रैफिक ड्यूटी से लौट रहे दो होमगार्डों ने दरोगा को घायल अवस्था में देखा. होमगार्ड सुमित कुमार और विकास तिवारी उन्हें इलाज के लिए लोकबंधु अस्पताल लेकर भागे. वहां उन्हें भर्ती कर उनका इलाज शुरू किया गया.

डॉक्टरों ने दरोगा के गले पर कहर टांके लगाए. होमगार्डों ने घटना की जानकारी कृष्णानगर पुलिस को दी. होमगार्ड विकास तिवारी ने बताया कि उसकी और सुमित यादव की ड्यूटी पकरी पुल के पास लगी थी. ड्यूटी करने के बाद वह वापस अपने घर जा रहे थे. बौद्ध बिहार उपवन के पास पहुंचने पर उन्हें सड़क पर घायल हालत में सब इंस्पेक्टर मिले. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया है.

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