कागजी सफाई दिखाकर सचिव प्रधान के ऊपर सरकारी धन बंदरबांट करने का आरोप, जांच की मांग 

 

ब्यूरो मुन्ना बक्श न्यूज़ वाणी नरैनी , बांदा। नरैनी तहसील अंतर्गत करतल में ग्राम प्रधान एवं सचिव द्वारा आपसी साठ गांठ कर जहाँ नाला नाली एवं घूर सफाई के नाम पर हर माह कागजों में सफाई दिखाकर फर्जी तरीके से हजारों लाखों का भुगतान तो करा लिया जाता है लेकिन जमीनी हकीकत देखा जाय तो सिर्फ पंचायत भवन के अलावा कस्बे में कई वर्षों से कोई भी सफाई कार्य इनके द्वारा कभी नही कराया जाता कस्बे में जगह जगह कीचड़ एवं गंदगी का अंबार लगा हुआ है जिसका जीता जागता उदाहरण है कस्बे की वार्ड नं०1 की हरिजन बस्ती जहाँ के लोग इन भ्रष्ट सचिव व प्रधान की भ्रष्टाचारी का शिकार होकर वर्षों से नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं स्थानीय लोगो का आरोप है की ग्राम प्रधान के द्वारा ग्राम सचिव से आपसी सांठ गांठ कर भुगतान से पहले मजदूर को फावड़ा पकड़वा कर फोटो निकाल कागजों में सफाई दिखा प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर हजारों का वारा न्यारा कर आपस में प्रशासनिक धन का बंदरबांट कर लिया जाता है जबकि इसी हरिजन बस्ती में बने राजकीय बालिका इन्टर कालेज का पहुंच मार्ग वर्षो से नारकीय रास्ते में तब्दील है जिससे यहाँ से निकलने में स्कूली छात्र छात्राएंआये दिन गिर कर चोटहिल हो रहे हैं फिर भी कॉलेज जाने पर मजबूर हैं स्थानीय लोगो का आरोप है की इस नवरात्रि के पावन पर्व पर भी संबंधित जिम्मेदारों के द्वारा कोई भी सफाई नहीं करवाने की दशा में श्रद्धालुओ को मंदिर जाने में कीचड़ से गुजरने में भारी दिक्कतों का सामना करने के साथ साथ इस रास्तों में अशुद्ध होकर पूजा अर्चना करने जाना पड़ रहा है ग्रामीणों का आरोप है की वर्षो से हो रही इस गंभीर समस्या से ग्राम प्रधान व सचिव को सैकड़ों बार अवगत कराने पर भी इस समस्या का कोई समाधान ना करते हुये कागजों में सफाई दिखाकर प्रशासन की आंखों में धूल झोंक प्रशासनिक धन को आपस में बंदर बांट करने में मसगूल हैं ग्रामीणों का यह भी आरोप है के प्रशासन द्वारा लाखो खर्च कर कस्बे का कचरा एकत्रित कर कस्बे को स्वच्छ रखने के लिए पंचायत में बकायदा दो कचरा गाड़ियां भी उपलब्ध कराई गई हैं जो आज तक कस्बे में नही घूमी कचरे की गाड़ियों का उपयोग प्रधान के द्वाराअपने निजी कार्य में लगाया जाता है और प्रशासन की आंखों में धूल झोंकते हुए थोड़ा बहुत कचरा डलवा कर वीडियो फोटो निकाल कागजों में सफाई दिखा दी जाती है जिससे पूरे गांव में गंदगी व्याप्त है ग्रामीणों का जिलाधिकारी से अनुरोध है के ग्रामीणों की समस्या को गंभीरता से लेकर कस्बे का निरीक्षण कर संबंधित भ्रष्टाचारियों के कार्य की प्रशासनिक जांच कर कार्यवाही किया जाय ताकि ग्राम के विकाश में आई धन राशि को इन भ्रष्टाचारियों से बचाने के साथ रहवासियों को वर्षो से हो रही इस भीषण समस्या से छुटकारा मिल सके और इतना ही नहीं कस्बे में बना सामुदायिक शुलभ शौचालय गंदगी से पटा पड़ा है फिर भी केयर टेकर भुगतान एवं स्वच्छता सामग्री खरीद के नाम पर सिर्फ फर्जीवाड़ा है जबकि केयर टेकर कार्यालय भी किराये पर चलाया जा रहा है!

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