लखनऊ में सोमवार को विधानसभा के सामने एक व्यक्ति ने खुद को आग लगा ली। वह अपने साथ पेट्रोल लेकर आया था। मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने कंबल डालकर आग बुझाई। गंभीर अवस्था में युवक को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। युवक का नाम मुन्ना विश्वकर्मा बताया जा रहा है। वह पुराने लखनऊ के सहादतगंज थाना क्षेत्र के झाब्बारन टोला का रहने वाला है। पुलिस जांच में सामने आया कि मुन्ना पेट्रोल डालकर विधानसभा के सामने गया। वहां पहुंचते ही माचिस जलाकर आग लगा ली। 50 प्रतिशत झुलस गया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मुन्ना आलमबाग स्थित बंगाल टेंट हाउस में काम करता था। टेंट हाउस मालिक रंजीत चक्रवर्ती पैसे नहीं दे रहा था, जिसे लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया। जिसकी शिकायत उसने मवैया चौकी और आलमबाग थाने पर भी की थी। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस ने थाने से उसे भगा दिया।
घटना के बाद पुलिस ने टेंट हाउस संचालक रंजीत को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। बच्चे की फीस नहीं दे पा रहा था मुन्ना को ई-रिक्शा से सामान ढोने का काम करता है। उसके एक बेटी और एक बेटा है। पत्नी 3 दिन पहले अपने मायके बाराबंकी गई थी। मुन्ना ने कहा कि पैसे की कमी के कारण वह अपने बच्चे की फीस तक जमा नहीं कर पा रहा था, जिससे तंग आकर उसने आज यह कठोर कदम उठाया।
पीड़ित ने आलमबाग पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसकी शिकायतों को नजरअंदाज किया गया और उसे कई बार मवैया चौकी पर ले जाकर प्रताड़ित किया गया। DCP बोलीं- आरोपों की जांच कर रहे डीसीपी सेंट्रल रवीना त्यागी ने बताया कि मुन्ना 50 प्रतिशत झुलस गया है। उसका इलाज सिविल अस्पताल में चल रहा है। मुन्ना के आरोपों के विषय में जानकारी की जा रही है। साक्ष्यों और तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।