कानपुर में बीते दिनों हुई लगातार बारिश से एक तरफ लोगों को गर्मी से राहत मिली थी, वहीं दूसरी तरफ किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा। पांडु नदीं में बाढ़ का पानी आने से सचेंडी क्षेत्र से लेकर घाटमपुर तहसील क्षेत्र तक 795 हेक्टेयर फसल नष्ट हो गईं। बैराज में 4 गांव की 35 हेक्टेयर फसल नष्ट वहीं गंगा बैराज में बाढ़ के पानी के चार गांव की 35 हेक्टेयर फसल नष्ट हो गयी। इससे जिले के 2043 किसानों को नुकसान हुआ। जिला प्रशासन ने सर्वे कराया तो हकीकत सामने आ गई है। फसल नष्ट के आधार पर किसानों को जल्द मुआवजा मिलेगा।
बाढ़ के बाद जिला प्रशासन का फसलों के नुकसान को लेकर चल रहा सर्वे पूरा हो गया है। गंगा और पांडु नदी में आई बाढ़ से सदर और घाटमपुर तहसील के किसान प्रभावित हुए हैं। सदर तहसील में ख्योरा कटरी गांव की 35 हेक्टेयर सब्जी की फसल (भिंडी, टमाटर, लौकी, तरोई आदि) नष्ट हुई है। इसमें 306 किसान प्रभावित हैं। जिन्हे करीब 6.50 लाख का मुआवजा मिलेगा। घाटमपुर में 1737 किसान हुए प्रभावित वहीं घाटमपुर तहसील में करीब 1737 किसानों की 795 हेक्टेयर जमीन पर खड़ी फसलें(बाजरा, तिलहन, अरहर, धान, ज्वार) नष्ट हुई हैं।
इन किसानों को करीब 65 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। सभी किसानों की जानकारी राहत पोर्टल पर फीड की जा रही है। किसानों के दांवों के आधार पर फसलों का आंकलन किया गया है। जल्द ही किसानों को नष्ट फसलों का मुआवजा मिलेगा। जिम्मेदार अधिकारी का पक्ष पढ़िये एडीएम फाइनेंस राजेश कुमार ने बताया कि बारिश से नष्ट फसलों का सर्वे पूरा करा लिया गया है। जिले के 2043 किसानों की 830 हेक्टेयर फसल नष्ट हुई है। पोर्टल पर जानकारी फीड हो रही जल्द ही किसानों को कुल 71.50 लाख रुपए का मुआवजा मिलेगा।