उत्तर प्रदेश के भदोही में रामलीला मंचन में बुलडोजर से प्रदर्शन करना भारी पड़ गया. सीता स्वयंवर के बीच बेकाबू बुलडोजर ने कई लोगों को रौंद दिया. बेकाबू बुलडोजर की घटना रामलीला में सीता स्वयंवर के मंचन के दौरान की है. घटना रविवार को जिले के कोईरौना थाना क्षेत्र के इनारगांव में हुई. घटना के मुताबिक, रामलीला का आयोजन चल रहा था, जिसमें सीता स्वयंवर के मंचन में धनुष तोड़ने के लिए पेटू राजा को बुलडोजर से मंच पर लाया जा रहा था, तभी चालक ने नियंत्रण खो दिया. बेकाबू बुलडोजर ने झालर-ट्यूबलाइट की पोल और बैंड बाजे वालों को अपनी चपेट में ले लिया. इस दौरान प्रोग्राम के वक्त भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई.
प्रत्यक्षदर्शी संतोष गौतम ने बताया कि रामलीला में सीता स्वयंवर का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में कई झांकियों के साथ बैंड बाजा और जेसीबी मौजूद थी. प्रोग्राम में बैंड बाजा बजाने वाले आगे आगे चल रहे थे, तभी जेसीबी चालक का अचानक नियंत्रण हट गया, जिससे जेसीबी बेकाबू हो गई. उसने बैंड वालों के साथ कुछ अन्य लोगों को अपनी चपेट में ले लिया. जेसीबी के बेकाबू होने पर भीड़ में अफरा-तफरी मच गई. लोग बचने के लिए इधर-उधर भागने लगे. प्रत्यक्षदर्शी मेजर गौतम ने बताया कि इस दुर्घटना में डंकापुर निवासी बैंड बाजा बजाने वाले रमेश गौतम गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें इलाज के लिए गोपीगंज के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उन्हें प्रयागराज के लिए रेफर कर दिया.
रामलीला देखने गए शिवम शुक्ला ने बताया की रामलीला में प्रभु श्रीराम और सीता स्वयंवर का मंचन था, जिसमें बुलडोजर भी था, जिसे देखने के लिए वहां काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी. वह कहते हैं कि शासन प्रशासन को इस पर तत्काल कोई ठोस कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि इस तरह की गलत परंपरा दोहराई ना जा सके. घटना को लेकर पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है. भीड़-भाड़ के बीच रामलीला मंचन में बुलडोजर का प्रदर्शन पुलिस की बिना परमिशन किया गया. उत्तर प्रदेश में बुलडोजर की लापरवाही की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी कई घटनाएं हुई हैं.