कानपुर में एक युवक ने जंगल में जाकर अपनी शर्ट का फंदा बनाकर खुदकुशी कर ली। खुदकुशी के पीछे का कारण मां ने बेटे को शराब पीने से रोका था। मंगलवार दोपहर जब कुछ ग्रामीण खेतों की तरफ गए, तब उन्हें घटना की जानकारी हुई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों से पूछताछ करने के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। इंदौर की टेक्सटाइल कंपनी में करता था काम शिवराजपुर के मक्कापुरवा गांव निवासी बबलू मजदूरी करते हैं। परिवार में पत्नी रंजना देवी, दो बेटे और तीन बेटियां हैं। बड़ा बेटा रंजीत इंदौर की टेक्सटाइल कंपनी में काम करता था। कुछ दिन पहले ही रंजीत कानपुर आया था। सोमवार शाम को रंजीत शराब के नशे में घर पहुंचा था।
इस पर मां ने रंजीत को शराब पीने से मना किया, जिसके बाद रंजीत अपनी मां से झगड़ा करने लगा। झगड़ा करते-करते रंजीत शाम करीब 6 बजे घर से निकल गया। काफी देर तक जब रंजीत घर नहीं लौटा तो फिर परिजनों ने उसकी तलाश करनी शुरू की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। घर से निकलने के बाद रंजीत करीब 2 किलोमीटर दूर जंगल की तरफ चला गया और वहां पर जाकर रामनारायण के खेत पर पेड़ के सहारे अपनी शर्ट का फंदा बनाया और फांसी लगा ली। काफी देर तक शव लटकता रहा।
इसके बाद जब शर्ट फटी तो रंजीत का शव नीचे खेत पर गिर गया। मंगलवार दोपहर बाद जब ग्रामीण खेतों पर पानी लगाने के लिए गए तो वहां पर रंजीत का शव पड़ा देखा। ग्रामीणों ने घटना की जानकारी परिजनों को देने के बाद पुलिस को दे दी। परिजन भी पहुंचे मौके पर रंजीत के चाचा बलराम ने बताया कि जैसे ही ग्रामीणों द्वारा सूचना मिली तो हम लोग खेतों पर पहुंचे, वहां पर रंजीत का शव खेत में पड़ा हुआ था। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं, घटना के बाद रंजीत की मां और उसके छोटे भाई-बहनों का रो-रो कर बुरा हाल था।