कानपुर में 3 साल के मासूम की टॉयलेट क्लीनर पीने से मौत हो गई। मामला घाटमपुर थाना साढ़ का है। परिजनों का आरोप है कि टीचर अगर बच्चे को सीधे अस्पताल ले जाती तो मासूम बच जाता 3 साल का होने पर एक सप्ताह से स्कूल भेज रहे । साढ़ थाना क्षेत्र के असेनिया गांव निवासी रामबाबू पाल खेती करते हैं। रामबाबू ने बताया कि छोटा बेटा निखिल पिछले 8-10 दिन से गांव के प्राथमिक विद्यालय में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में जा रहा था। मंगलवार को निखिल स्कूल गया था। दोपहर करीब 1 बजे उसने स्कूल के टॉयलेट में रखा टॉयलेट क्लीनर पानी समझकर पी लिया। आस-पास खेल रहे बच्चों ने
निखिल को क्लीनर पीते देखा तो आंगनबाड़ी सहायिका विद्यावती और स्कूल की टीचर्स को बताया। सहायिका मासूम निखिल को उसके घर ले गई। परिजनों को बता दिया क्लीनर पीने की बात बताई। थोड़ी देर में बच्चे को उल्टियां होने लगी। परिजनों ने इसकी जानकारी प्रधान रामकांत पाल को दी। प्रधान और परिजन बच्चे को जहानाबाद सीएचसी लेकर पहुंचे। जहां से उसे फतेहपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। देर शाम डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रामबाबू ने कहा- हमने तो इसलिए स्कूल भेजा था, ताकि बच्चा बैठना सीख जाए। धीरे-धीरे स्कूल जाने की आदत हो जाएगी। फिर आगे स्कूल जाने में रोएगा नहीं। लेकिन अब तो बच्चा ही चला गया हमें रोता हुआ छोड़ गया।