नई दिल्ली: तारीख थी 28 अगस्त 1984 और जगह ऑस्ट्रिया में एमेस्टेटन नाम का एक छोटा सा गांव। यहां रहने वाले जोसेफ फ्रिट्जल ने अपनी बेटी एलिजाबेथ को एक दरवाजा खोलने के बहाने, घर के नीचे बने तहखाने में बुलाया। बेटी जैसे ही वहां पहुंची, जोसेफ ने उसे बेहोश किया और उसी तहखाने में बंद कर दिया। इसके बाद अगले 24 साल तक एलिजाबेथ इसी तहखाने में बद रही। इस दौरान जोसेफ लगातार उसके साथ दुष्कर्म करता रहा और इस दरिंदगी की वजह से एलिजाबेथ ने सात बच्चों को जन्म दिया। 24 साल की इस दर्दनाक कैद के बाद 26 अप्रैल 2008 को एलिजाबेथ किसी तरह उस तहखाने से बाहर निकली और पुलिस को अपनी आपबीती बताई। जिन सात बच्चों को एलिजाबेथ ने जन्म दिया, उनमें से तीन उसके साथ तहखाने में ही रहे। एक बच्चे को जोसेफ ने मार डाला था।
बाकी तीन बच्चों को उसने अपनी नई पत्नी के साथ ऊपर ही पाला। पुलिस ने जोसेफ को गिरफ्तार किया और उसे उसके किए की सजा मिली। इस घटना ने दुनिया भर में सनसनी फैला दी थी। समाज में बाप-बेटी के पवित्र रिश्ते को तार-तार कर दिया। लेकिन, अब 16 साल बाद इससे भी ज्यादा खौफनाक कहानी सामने आई है। जहां एक हैवान बाप ने अपनी पत्नी, सात बेटियों और सास को 20 साल तक कैद में रखा। इस दरिंदे ने ब्राजील में अपनी ही बेटियों के साथ दुष्कर्म किया और जबरन उनका अबॉर्शन करवाया। लोगों ने इस कलयुगी बाप को ब्राजील का जोसेफ फ्रिट्जल नाम दिया है। 54 साल के इस शख्स को उस वक्त गिरफ्तार किया गया, जब उसकी सात बेटियों में से एक ने उसे बहाने से नींद की गोलियां खिलाईं और भागकर पुलिस के पास पहुंची।
पीड़ित लड़की की बात सुनते ही पुलिस भी हैरान रह गई। तुरंत टीमें भेजकर ब्राजील के नोवो ओरिएंटे इलाके में उसके घर पर छापा मारा गया। पुलिस ने घर में छानबीन की, तो बगीचे में तीन बच्चों की लाशें गड़ी हुई मिलीं। सबसे हाल ही में मरने वाला बच्चा आठ महीने पहले का था। पुलिस ने घर के भीतर से तीन से 22 साल की सात बच्चियों को रेस्क्यू किया है। ये सब यहां 20 साल से कैद थे। जांच में पता चला कि इस शख्स ने अपनी बेटियों और अपनी सास के साथ भी यौन शोषण किया था। पुलिस के मुताबिक, इस शख्स की पत्नी की उम्र उस वक्त महज 17 साल थी, जब उसने अपनी सास के साथ उसे घर के भीतर बंधक बना लिया। दरिंदे पति ने उसका तीन बार जबरन गर्भपात भी कराया।
पुलिस ने बताया कि इस दौरान एक बेटी का छह महीने के गर्भ का गर्भपात कराते समय उसकी तबीयत बिगड़ गई। बाद में एक दाई की वजह से उस बच्ची की जान बची। पुलिस ने बताया कि आरोपी अपनी बेटियों का यौन शोषण करता था। इतना ही नहीं, उसने लड़कियों को कपड़े पहनते और नहाते हुए देखने के लिए घर की दीवारों में छेद कर रखे थे। पुलिस के पीआरओ हेरिका रिबेरो सेना ने बताया कि इस शख्स को जेल भेज दिया है। वहीं, मां और बच्चों को उनकी सुरक्षा के लिए दूसरे राज्य में रखा गया है। हेरिका ने बताया कि उसकी एक बेटी केवल सामान लाने के लिए बाहर निकलती थी। कई बार वो खुद साथ जाता था। पड़ोसियों में से कोई भी उसे नहीं जानता था। यहां तक कि उसने अपने सभी रिश्तेदारों से भी संपर्क खत्म कर लिए थे। पुलिस ने उसके ऊपर जबरन बंधक बनाने, दुष्कर्म, मानसिक हिंसा, गर्भपात और लाश को छिपाने के आरोपों के तहत केस दर्ज किया है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।