महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार कैबिनेट मीटिंग के दौरान बीच में ही क्यों निकल गए, इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. डिप्टी सीएम ने शुक्रवार (11 अक्टूबर) को कहा कि उन्हें पहले से निर्धारित कार्यक्रम में शामिल होना था. उन्होंने साफ किया कि कैबिनेट के जितने भी फैसले लिए गए, उन पर उनकी सहमति थी. उन्होंने जोर देकर कहा कि एनसीपी, शिवसेना और बीजेपी के गठबंधन वाली महायुती में सबकुछ ठीक है. महाराष्ट्र मंत्रिमंडल की बैठक में विवाद की अटकलें निराधार हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कैबिनेट किसी भी विभाग की आपत्तियों को खारिज कर सकता है.
दरअसल, गुरुवार (10 सितंबर) को मुंबई में एक महत्वपूर्ण कैबिनेट बैठक में अजित पवार थोड़ी देर के लिए मौजूद रहे. खासकर तब जब उनकी अनुपस्थिति में कई वित्तीय रूप से अहम फैसले लिए गए थे. उनके जाने के बाद ढाई घंटे तक चली बैठक में 38 फैसले लिए गए. उनकी मीटिंग में गैरमौजूदगी की खबर महाराष्ट्र के सियासी गलियारे में तुरंत फैल गई. इसके बाद उनकी नाराजगी की खबरों को हवा मिल गई. लेकिन अब अजित पवार ने तस्वीर साफ कर दी है. मीडिया से बातचीत के दौरान अजित पवार ने सीट शेयरिंग पर भी बयान दिया.
उन्होंने कहा कि बीजेपी और शिवसेना के साथ बैठक के बाद उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी. बता दें कि महाराष्ट्र में अजित पवार की पार्टी एनसीपी का बीजेपी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना के साथ गठबंधन है. तीनों दल लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा चुनाव में भी साथ-साथ उतरने की तैयारी में हैं. महाराष्ट्र के लोकसभा चुनाव के नतीजों में विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी से पिछड़ने के बाद एनडीए यानी महायुति के सामने चुनौती है.