उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 11वीं के एक छात्र पर सनसनीखेज आरोप लगे हैं. आरोप है कि उसने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए 4000 से अधिक चाइल्ड पोर्न वीडियो बेचे. तमिलनाडु पुलिस को सबसे पहले इस लड़के के बारे में पता चला तो उनके अधिकारियों ने लखनऊ पुलिस मुख्यालय को सूचना दी. इसके बाद चौरीचौरा का रहने वाला यह लड़का पुलिस की गिरफ्त में आया. पुलिस ने उसे बाल संरक्षण गृह में भेज दिया है. आरोपी छात्र के मोबाइल से मिले अहम जानकारी के आधार पर पुलिस पूरे नेटवर्क की तलाश में जुट गई है. पुलिस के मुताबिक, गोरखपुर में और भी लड़के इस तरह की गतिविधियों में संलिप्त हैं. आरोपी लड़का 11वीं का छात्र है. उसने पुलिस को बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर राज तिवारी नाम के युवक से उसकी दोस्ती हुई थी.
उसके बहकावे में आकर उसने टेलीग्राम पर डार्क वेब सेलर व नेकोग्राम एप पर एकाउंट बनाकर अवैध कारोबार शुरू किया. आरोपी लड़के ने पुलिस को बताया है कि अश्लील वीडियो उम्र के हिसाब से तीन हजार से 25000 रुपये में बिकते हैं, जिसमें से 30% उसके हिस्से में और शेष राज के हिस्से में चला जाता है. साइबर पुलिस को लड़के के मोबाइल से तमाम क्लू मिले. उन सबको कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए साइबर पुलिस नेटवर्क की तलाश शुरू कर दी है. राज तिवारी ने जिले के तमाम मासूम किशोरों को अपने नेटवर्क में शामिल कर रखा है. उनके टेलीग्राम और इंस्टाग्राम अकाउंट का संचालन भी वही करता है. चंद पैसों के लिए तमाम किशोर चाइल्ड पॉर्न वीडियो के धंधे में जुड़ गए हैं.
चौरीचौरा क्षेत्र के रहने वाले आरोपी लड़के के पिता ने बताया कि हम लोग बहुत ही साधारण परिवार के हैं. खेती-बाड़ी करके परिवार का भरण पोषण करते हैं. बच्चे का भविष्य उज्ज्वल हो इस नाते उसे इंग्लिश मीडियम के स्कूल में पढ़ाते हैं, लेकिन पता नहीं कैसे, वह गलत लोगों की संगत में आ गया. उसे मोबाइल पढ़ने के लिए दिया गया था, लेकिन वह उसका गलत इस्तेमाल कर रहा है. एसपी क्राइम सुधीर कुमार जायसवाल ने बताया कि आरोपी छात्र के मोबाइल को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है. उससे तमाम अहम जानकारियां मिली हैं. उसके आधार पर पूरे नेटवर्क व उसके सरगना की खोज भी शुरू हो गई है. जल्द ही पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश कर दिया जाएगा.