गुरुग्राम. हरियाणा के गुरुग्राम में बड़ा हादसा हुआ है. यहां पर बिहार के रहने वाले चार युवकों की जिंदा जलने से मौत हो गई. सरस्वती एनक्लेव में मकान में आग लगी और फिर अंदर 4 लोगों की जल कर मौत हो गई. चारों युवा एक कमरे में सो रहे थे. जानकारी के अनुसार, देर रात गुरुग्राम के सरस्वती एनक्लेव के जे-ब्लॉक के कमरे में शार्ट सर्किट की वजह से आग लग गई. इसके दौरान कमरे में सो रहे 17 वर्षीय, 22 वर्षीय, 24 वर्षीय और 28 वर्षीय युवकों की मौत हो गई. युवकों की पहचान नूर आलम, मुस्ताक, अमन और साहिल के रूप में हुई है. ये सभी बिहार के रहने वाले युवा मकान में किराए से रहते थे. जी ब्लॉक हवा महल के नजदीक इनका ठिकाना था. बताया जा रहा है कि दमकल विभाग की टीमों ने आग पर काबू पाया और फिर चारों शवों को बाहर निकाला.
प्रारंभिक जानकारी में पता चला है कि सभी गारमेंट्स कंपनी में काम करते थे. उधर, साहिल नाम का युवक गुरुग्राम घुमने आया था और यहां पर रुका हुआ था, जोकि 10वीं क्लास में पढ़ता था. गली में रहने वाली महिला शारदा ने बताया कि रात को साढ़े 12 बजे के करीब आग लगी थी. चार लोग अंदर सोए हुए थे और जब तक कमरे का दरवाजा तोड़ा गया तो सभी की मौत हो गई थी. आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है. एक रूम में परिजन सो रहे थे और दूसरे रूम में ये सभी लोग सो रहे थे. महिला ने बताया कि लोगों ने खुद आग बुझा दी थी और बाद फायर ब्रिगेड की टीम और पुलिस पहुंची थी. कॉलोनी के आरडब्ल्यू चेयरमैन सुखबीर यादव ने बताया कि एक ही परिवार के चारों बच्चे थे. ये सभी लोग सो रहे थे और जलने और दम घुटने से मौत हुई है. पब्लिक ने आग बुझाने की कोशिश की थी.
दमकल विभाग की टीम देरी से पहुंची, जबकि टीम का दफ्तर आधा किलोमीटर दूर ही था और सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए. युवकों के चाचा ने बताया कि दो उनके भाई के बेटे और एक छोटे भाई का बेटा था. एक रिश्तेदार था. उनके बच्चे ने उन्हें आग लगने के बारे में जानकारी दी थी. बहू गांव गई थी और इस कारण चारों एक ही रूम में सो रहे थे और रिश्तेदार गांव से घुमने आया था. 15-17 दिन पहले यहां आया था. उन्होंने बताया कि वह 20 साल से यहीं रह रहे हैं. बताया जा रहा है कि सभी लोग गारमेंट कंपनी में टेलर का काम करते थे. इनमें से एक एक युवक शादी हो चुकी है औऱ उसकी पत्नी और बच्चे दिवाली के चलते घर चले गए थे. रात को सभी एक कमरे में सो रहे थे तो आग लग गई और किसी को भी बाहर निकलने का मौका नहीं मिला.