उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक युवक ने अपनी जिंदा बहन का डेथ सार्टिफिकेट बनवाया और फिर बैंक में खुद को बहन का नॉमिनी घोषित कर खाते से 21.66 लाख रुपये निकाल लिए. बहन को इसकी जानकारी हुई तो पहले तो उसे मामला ही समझ में नहीं आया. आखिर में उसने 16 अगस्त को हसनगंज थाने में अपने साथ हुई धोखाधड़ी के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी भाई गौरव गुप्ता को अरेस्ट कर लिया है. पुलिस को दिए शिकायत में पीड़िता गरिमा गुप्ता ने बताया कि वह कानपुर में रहती हैं. उनकी मां ने उसके नाम से बैंक में रुपये जमा कराए थे. इस पैसे पर उसके भाई गौरव गुप्ता की बुरी नजर थी. उसने बाराबंकी के मेयो अस्पताल में साठगांठ कर उनका फर्जी डेथ सार्टिफिकेट बनवा लिया.
इसके बाद आरोपी भाई ने यह डेथ सार्टिफिकेट उनके बैंक में जमाकर खुद को नॉमिनी घोषित किया और खाते से 21.66 लाख रुपये निकाल लिए. अगस्त महीने के पहले सप्ताह में उन्हें मामले की जानकारी हुई तो उन्हें पहले तो समझ में नहीं आया कि एक भाई अपनी बहन के साथ इस तरह से धोखाधड़ी कैसे कर सकता है. इसके बाद उन्होंने 16 अगस्त को हसनगंज कोतवाली में आरोपी भाई के खिलाफ लिखित शिकायत दी. इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच करते हुए ठठेरी बाजार में रहने वाले आरोपी भाई गौरव गुप्ता को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक इस मामले में फर्जी प्रमाण पत्र बनाने वाले अस्पताल के कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए सभी को नोटिस जारी किया गया है. लखनऊ के डीसीपी सेंट्रल रवीना त्यागी के मुताबिक इस वारदात में जो भी लोग शामिल होंगे, सबके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसी के साथ पीड़िता के खाते से निकाली गई रकम को भी रिकवर करने की कोशिश की जा रही है.