श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के अखनूर में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया। सोमवार (28 अक्टूबर) को सेना के काफिले पर घात लगाकर किए गए हमले के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके में ऑपरेशन शुरू किया था। करीब 5 घंटे की मशक्कत के बाद तीनों आतंकियों को ढेर कर दिया गया। इससे पहले आतंकियों ने 24 अक्टूबर को बारामूला में सेना की गाड़ी पर हमला किया था, जिसमें 3 जवान और 2 पोर्टर की मौत हो गई थी। मारे गए आतंकियों ने सोमवार सुबह करीब 7:26 बजे लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के पास भट्टल इलाके में आर्मी एंबुलेंस पर फायरिंग की थी। ये हमला जोगवान एरिया में हुआ था। हालांकि, इस हमले में जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ। गोलीबारी के बाद आतंकी जंगल की ओर भाग गए थे। सेना ने इलाके को घेर कर सर्च ऑपरेशन चलाया।
सुरक्षाबलों के मुताबिक, इलाके में तीन आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद पाकिस्तान की सीमा के पास अखनूर सेक्टर में सोमवार सुबह तलाशी अभियान शुरू किया गया। खौर के भट्टल इलाके में असन मंदिर के पास ग्रामीणों ने भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना दी थी। आतंकवादी भट्टल इलाके में जंगल से लगे शिव आसन मंदिर में एक मोबाइल ढूंढ रहे थे। इसी दौरान आर्मी की एंबुलेंस वहां से गुजरी और आतंकवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि, आतंकवादी पिछली रात बॉर्डर पार करके अखनूर में आए थे और किसी को कॉल करने के लिए मोबाइल ढूंढ रहे थे। जम्मू-कश्मीर में 16 अक्टूबर से अब तक यह 5वां हमला है। इनमें 3 जवान शहीद हुए हैं, जबकि 8 गैर स्थानीय लोगों की मौत हुई है।
24 अक्टूबर: PAFF संगठन ने बारामूला में सेना की गाड़ी पर आतंकियों के हमले की जिम्मेदारी ली थी। आतंकी हमला करके जंगल की ओर भाग गए थे।
24 अक्टूबर: आंतकियों ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के बटगुंड में मजदूर पर फायरिंग की। हमले में एक मजदूर घायल हो गया।
20 अक्टूबर: गांदरबल के सोनमर्ग में कश्मीर के डॉक्टर, MP के इंजीनियर और पंजाब-बिहार के 5 मजदूरों की मौत हो गई थी। लश्कर के संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने इसकी जिम्मेदारी ली थी।
16 अक्टूबर: आतंकियों ने शोपियां में गैर-स्थानीय युवक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया था।