कानपुर- मेडिकल कॉलेज (हैलट) के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने बताया कि हीट स्ट्रोक को लेकर हम लोगों ने तैयारी शुरू कर दी है। मरीजों को तत्काल उपचार मिल सके इसलिए रेड जोन में डॉक्टरों को 24 घंटे अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है। वहां पर डॉक्टरों की एक टीम भी लगा दी गई है। यहां पर लगभग 18 जिलों के मरीज आते हैं। इसको देखते हुए 40 बेड अलग कर दिए गए हैं। इस बीमारी से संबंधित जो भी दवाइयां होती हैं, उन्हें भी पर्याप्त मात्रा में मंगवा ली गई हैं। उर्सला अस्पताल के डॉ. शैलेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि मरीजों के लिए 70 बेड आरक्षित किए गए हैं। सरकार की तरफ से जो भी निर्देश मिले हैं, उसके अनुसार सारी तैयारी कर ली गई हैं। अभी रोजाना 4 से 5 मरीज इमरजेंसी में आ रहे हैं, लेकिन उनकी हालत स्थिर है, कोई गंभीर मरीज नहीं आ रहे हैं। डॉ. शैलेंद्र कुमार ने बताया कि एक शिफ्ट में तीन विशेषज्ञ डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है। एक शिफ्ट 8 घंटे की होगी। इसके अलावा यहां पर हीट स्ट्रोक से संबंधित सभी दवाइयों का स्टॉक कर लिया गया है। स्टॉफ नर्सों की भी संख्या बढ़ाई गई है। अभी मरीज ज्यादा नहीं आ रहे हैं, यदि संख्या बढ़ती है तो स्टॉफ भी बढ़ाया जाएगा। अगर पिछले साल की बात करें तो हीट वेव में हैलट अस्पताल में एक दिन में 10-10 मरीज भी पहुंचे है। यह मरीज कानपुर के अलावा उन्नाव, बांदा, कानपुर देहात, चित्रकूट, औरैया, इटावा तक के मरीज शामिल रहते हैं।