ब्यूरो मुन्ना बक्श न्यूज़ वाणी बांदा। जनपद में केन महाआरती के दौरान सभी भक्तों ने केन नदी के जल और उसके अस्तित्व को लेकर चिंता व्यक्त की और सभी भक्तों ने कहा कि बांदा के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा व खनन माफिया के मिली भगत से केन माता का चीर हरण किया जा रहा है। आखिरकार प्रतिबंधित मशीनों को खनन में क्यों उपयोग किया जा रहा है जबकि सरकार के द्वारा भारी प्रतिबंधित मशीन के उपयोग करने के लिए प्रतिबंधित किया गया है। केन माता की जलधारा रोककर बड़े-बड़े गड्ढे खोदकर बीच में बालू निकाली जा रही है। खनन करने के लिए मना नहीं किया जा रहा खनन करिए लेकिन सीमा के तहत करिए जिससे केन माँ को कोई नुकसान ना हो नहीं तो आने वाले समय में केन माँ का अस्तित्व खत्म हो जाएगा। इसके जिम्मेदार हम सब आप लोग होंगे। जब पानी के लिए तरसेंगे, क्योंकि वर्तमान समय में 70% केन नदी का पानी बांदा के नगर वासियों को पीने को मिलता है। इस दौरान सभी से अपील की गई है कि केन माँ को बचाने के लिए इस विशेष अभियान में जुड़े। लगातार सोशल मीडिया व मीडिया के माध्यम से जानकारी प्राप्त हो रही है कि केन नदी की जलधारा बालू खनन से अत्यधिक प्रभावित हो रही है जोकि केन नदी के अस्तित्व को भी खतरे में ला सकता है। अगर जिला प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता तो बहुत जल्द ही जिला गंगा समग्र एवं विश्व हिंदू महासंघ गौ रक्षा समिति के संयुक्त तत्वाधान में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और यहां की पूरी रिपोर्ट बनाकर पूज्य महाराज जी तक भेजी जाएगी और कार्रवाई की मांग की जाएगी। क्योंकि लगातार कई वर्षों से केन माँ की आरती की जा रही है और लोगों से अपील की जा रही है की बुंदेलखंड की जीवनदायनी को सुरक्षित और समृद्ध रखा जाए जिससे आने वाली पीढ़ी को जल की समस्या ना हो लेकिन कोई जिम्मेदार इस पर ध्यान नहीं दे रहा है। इस मौके में उपस्थित जिला अध्यक्ष महेश कुमार प्रजापति, रेवती गुप्ता, शिवानी सिंह, डॉ० मुनेंद्र चौरसिया, जिला उपाध्यक्ष महेश कुमार धुरिया, सदर तहसील अध्यक्ष विनय कुमार प्रजापति, ब्लॉक अध्यक्ष सत्यम मिश्रा आदि कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे।