इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के घर पर शनिवार (16 नवंबर) को हिजबुल्लाह द्वारा हमला किया गया. इस दौरान दो रॉकेट कैसरा में उनके घर के पास गिरे. देश की सुरक्षा एजेंसी ने घटना को गंभीर बताया है. मामले पर पुलिस और शिन बेट आंतरिक सुरक्षा एजेंसी ने कहा कि हमले के वक्त प्रधानमंत्री और उनका परिवार घर में नहीं था. हमने मामले की जांच शुरू कर दी है. वहीं इजरायली राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग ने घटना की निंदा की और सार्वजनिक क्षेत्र में हिंसा में वृद्धि के खिलाफ चेतावनी दी.
हर्ज़ोग ने कहा, “मैंने अब शिन बेट के प्रमुख से बात की है और घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की जल्द से जल्द जांच करने और उनसे निपटने की तत्काल आवश्यकता व्यक्त की है. इससे पहले इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के घर पर बीते महीने 19 अक्टूबर को हमला किया गया था, जिस पर हिजबुल्लाह ने दावा किया था. नेतन्याहू ने उस समय हिजबुल्लाह पर उनकी और उनकी पत्नी की हत्या का प्रयास करने का आरोप लगाया था.
वहीं इज़रायल ने लेबनान में हिज़्बुल्लाह के ठिकानों पर 23 सितंबर के बाद से बढ़ा दी है. इस वजह से हिजबुल्लाह पूरी तरह से बौखलाया हुआ है. कैसरिया में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के निजी आवास पर किए गए हमले पर पूरे राजनीतिक जगत में निंदा हो रही है, विपक्षी नेता यायर लैपिड और नेशनल यूनिटी के अध्यक्ष बेनी गैंट्ज़ दोनों ने घटना की निंदा करते हुए बयान जारी किए और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए कानून प्रवर्तन की मांग की.
इस बीच सुदूर दक्षिणपंथी राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन ग्विर ने घोषणा की कि दुश्मन ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ उकसावे ने सभी सीमाएं पार कर ली हैं और आज शाम की घटना ने खतरे के निशान को पार कर लिया है.