उदयपुर के गोगुंदा में 10 दिन पहले दो नाबालिग चचेरी बहनों के सुसाइड मामले में उनके स्कूल बैग में मिली कॉपी से चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। आरोपी ने लड़कियों का ब्रेनवॉश कर आत्महत्या के लिए मजबूर किया था। दोनों लड़कियां 11वीं क्लास में पढ़ती थीं। इनकी कॉपी में कुरान की आयतें और कलमा लिखे हुए थे। हिंदी और उर्दू के वाक्य भी लिखे हुए थे, जिससे पता लगा कि लड़कियां भी इन्हें सीख रही थीं। यहां तक कि सोशल मीडिया पर इन्होंने अपना नाम बदलकर मुस्कान और अनीसा रख लिया था।
परिजनों ने दोनों लड़कियों के मोबाइल और उनकी कॉपी-किताब पुलिस के सुपुर्द की हैं। पुलिस अब इन तथ्यों के आधार पर लड़कियों को सुसाइड के लिए उकसाने के आरोपों की जांच में जुटी है। गोगुंदा SHO शैतान सिंह नाथावत ने बताया- परिजनों ने जो जानकारी और तथ्य दिए हैं, उस आधार पर हर एंगल से मामले की जांच की जा रही है। पीड़ित पक्ष के वकील कमलेश शर्मा ने बताया- कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) से पता चला है कि लड़कियों और आरोपी के बीच करीब 3 हजार बार बात हुई है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि लड़कियों का किस हद तक ब्रेनवॉश किया गया होगा। ब्लैकमेल कर रुपए ऐंठने का यह सामान्य मामला नहीं है। मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
दरअसल, जसवंतगढ़ ग्राम पंचायत के गहलोतों का गुड़ा गांव में 10 नवंबर की शाम को 16 और 17 साल की दो चचेरी बहनें घर से लापता हुई थीं। दूसरे दिन दोनों बहनों के शव घर से 500 मीटर दूर एक खेत में मिले थे। दोनों ने एक जैसे रंग की ड्रेस पहनी हुई थी। दोनों की जहर खाने से मौत हुई थी। मामले में दो दिन पहले पुलिस ने हापुड़ (उत्तर प्रदेश) से आरोपी हाफिजपुर निवासी शहवाज पुत्र तहसीन को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की एक टीम उसे पकड़ने के लिए उत्तर प्रदेश भेजी गई थी। हापुड़ से आरोपी को गोगुंदा लाया गया।
जानकारी के अनुसार, आरोपी ने दोनों बहनों से इंस्टाग्राम पर दोस्ती की थी। इसके बाद आरोपी कभी खुद का मोबाइल खराब होने तो कभी कोई अन्य कारण बताकर ऑनलाइन रुपए मांगता था। करीब 12 हजार रुपए ऐंठ चुका है। इतना ही नहीं, गोगुंदा आकर मिलने की बात कहता था। बार-बार बात करने का दबाव भी बनाता था। इससे दोनों बहन परेशान हो गई थी।