अफ्रीकी देश नाइजीरिया में अनाम्ब्रा स्टेट में फेक प्रेग्नेंसी स्कैम का खुलासा हुआ है। अफ्रीका के मुताबिक, यहां कुछ फर्जी डॉक्टर फेक प्रेग्नेंसी और चाइल्ड ट्रैफकिंग के जरिए महिलाओं को निशाना बनाते थे। इसके लिए महिलाओं को पहले फेक प्रेग्नेंसी रिपोर्ट दिखाई जाती और फिर उन्हें किसी और का बच्चा थमा दिया जाता। इसके एवज में इलाज के नाम पर मोटी रकम ऐंठी जाती। ठगों ने इस स्कैम के लिए सोशल मीडिया का भी जमकर इस्तेमाल किया। एक साल तक अंडरकवर ऑपरेशन चलाकर इस इस स्कैम का भांडाफोड किया गया। नाइजीरिया उन देशों की फेहरिस्त में शामिल है जहां, ज्यादा जन्म दर काफी हाई है। यहां महिलाओं पर बच्चे को जन्म के लिए काफी ज्यादा दबाव रहता है।
ऐसा नहीं कर पाने पर उनके साथ दोयम दर्जे के व्यवहार किया जाता है। इस वजह से कई महिलाएं बच्चे की चाह में इस तरह के स्कैम का शिकार हो जाती हैं। लेबर पेन के लिए उन्हें कुछ दवाएं दी जाती, और इसके एवज में अलग से चार्ज किया जाता। दवाओं के असर में अक्सर महिलाएं बेहोश या अचेत हो जाती तो उन्हें सिजेरियन जैसा चीरा लगा दिया जाता। इससे उन्हें यकीन हो जाता कि वो मां बन चुकीं हैं। चिआनो नाम की महिला ने बताया कि वो लगातार 15 महीने प्रेग्नेंट थी, लेकिन बाद में पता चला उनके साथ ठगी की गई है। अस्ल में ठग डॉक्टर ने उन्हें कुछ इंजेक्शन लगाए गए थे, जिससे उनका पेट फूल गया था। इस वजह से उन्हें लगा कि वो प्रेग्नेंट हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, नाइजीरिया में चाइल्ड ट्रैफकिंग के लिए लंबे समय से बेबी फार्मिंग का गोरख धंधा चल रहा है। यहां कम उम्र की अफ्रीकी और विदेशी लड़कियों को यहां जबरन प्रेग्नेंट कर बच्चे पैदा किए जाते हैं। सिर्फ नाइजीरिया ही नहीं इंडोनेशिया समेत कई और देशों में भी बेबी फार्मिंग अस्पतालों और अनाथालायों जैसी जगहों में चोरी-छिपे की जाती है। यहां कम उम्र की लड़कियों को मां बनने के लिए मजबूर किया जाता है। इनमें से ज्यादातर अनाथ या गरीब होती हैं, इसलिए वो मजबूरी में इसके लिए राजी हो जाती हैं। नाइजीरिया में चोरी छिपे चल रहा बच्चा पैदा करने का व्यापार बेहद खतरनाक हो चुका है। यहां जन्म देने वाली लड़कियों की उम्र 14 से 17 साल होती है और वो चाहकर भी अबॉर्शन नहीं करा सकती, क्योंकि नाइजीरिया के कानून में इसकी इजाजत नहीं है।
इसी बात का फायदा माफिया यानी ‘बेबी फार्मर्स’ उठाते हैं और बच्चों को तीन से चार लाख रुपए में बेचते हैं। वहीं, बच्चे की ख्वाहिश रखने वाले लोग इसका विरोध नहीं करते, क्योंकि मेडिकल ट्रीटमेंट के बजाय ये तरीका ज्यादा सस्ता होता है। नाइजीरिया अफ्रीका का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। नाइजीरिया की आबादी 23 करोड़ है। यह देश सबसे तेजी से आबादी बढ़ने वाले देशों में शामिल है। संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि 2050 तक नाइजीरिया की आबादी 40 करोड़ होगी। तब वह भारत, चीन के बाद दुनिया का तीसरा सबसे ज्यादा आबादी वाला देश होगा। नाइजीरिया में तेल और गैस के विशाल भंडार हैं, लेकिन आपसी संघर्ष की वजह से यहां लगातार राजनीतिक उथल पुथल मची रहती है। नाइजीरिया दो भागों में बंटा हुआ है। उत्तरी हिस्सा जहां मुसलमान बहुसंख्यक हैं वहां गरीबी ज्यादा है। दक्षिणी और पूर्वी नाइजीरिया में ईसाई आबादी ज्यादा है। ये इलाका ज्यादा संपन्न है।