संभल जाने की कोशिश नाकाम: गाजीपुर बॉर्डर पर राहुल-प्रियंका को पुलिस ने रोका

 

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी  के  काफिले को गाजीपुर फ्लाईओवर पर रोका गया, जिसके बाद जमकर ड्रामा हुआ. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की झड़प पुलिस से हुई और वे आगे जाने की अपनी जिद पर अड़े रहे. साथ ही साथ धरने पर भी बैठ गए, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी. आखिरकार उन्हें अपने कदम वापस खींचने पड़ गए. संभल जाने को लेकर राहुल गांधी ने पुलिस से सीनियर अधिकारियों से बात की और उन्होंने आगे जाने के लिए 4 लोगों की अनुमति मांगी, लेकिन उन्हें इजाजत नहीं दी गई. इसके बाद उन्होंने सिर्फ अकेले संभल जाने की मांग रखी और उसे भी खारिज कर दिया गया. यूपी पुलिस की ओर से इजाजत नहीं मिलने के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दिल्ली वापस लौटे. कहा गया है कि अब वे 6 दिसंबर के बाद कभी भी संभल का दौरा कर सकते हैं. हालांकि कांग्रेस की और से अभी आधिकारिक तारीख का ऐलान नहीं किया गया है.

राहुल गांधी ने कहा, ‘हम संभल जाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस इजाजत नहीं दे रही है. विपक्ष के नेता के तौर पर जाना मेरा अधिकार है लेकिन फिर भी वे मुझे रोक रहे हैं. मैंने कहा कि मैं अकेले जाने को तैयार हूं, मैं पुलिस के साथ जाने को तैयार हूं, लेकिन वे इस पर भी राजी नहीं हुए. अब वे कह रहे हैं कि अगर हम कुछ दिनों में वापस आते हैं, तो वे हमें जाने देंगे. यह विपक्ष के नेता के अधिकारों के खिलाफ है, उन्हें मुझे जाने देना चाहिए. यह संविधान के खिलाफ है, हम सिर्फ संभल जाना चाहते हैं, लोगों से मिलना चाहते हैं और देखना चाहते हैं कि वहां क्या हुआ. मुझे मेरे संवैधानिक अधिकार नहीं दिए जा रहे हैं. यह नया भारत है, यह संविधान को नष्ट करने वाला भारत है, हम लड़ते रहेंगे.’ प्रियंका गांधी ने कहा, ‘राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष हैं, उनका संवैधानिक अधिकार है उन्हें मिलना चाहिए. उन्हें (संभल) जाने की अनुमति दी जानी चाहिए थी.’ कांग्रेस सांसद और महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने कहा, ‘उन्होंने कहा कि वे हमें 4-5, 6 दिन बाद अनुमति (संभल जाने की) देंगे.

उन्होंने जानबूझकर यातायात को अवरुद्ध कर दिया है. वे नहीं चाहते कि हम आम लोगों के लिए (संभल)जाएं.” वहीं, राहुल गांधी को रोकने के लिए पुलिस की ओर से गाजीपुर बॉर्डर पर बैरिकेडिंग की थी, जिसके चलते भीषण जाम लग गया. लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा. इसके अलावा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी. इससे पहले प्रशासन ने संभल के आसपास के चार जिलों, बुलंदशहर, अमरोहा, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर को अलर्ट पर रखा था. वहां के अधिकारियों को राहुल गांधी और उनके साथ आने वाले नेताओं को अपने-अपने जिलों की सीमाओं पर रोकने को कहा गया था. संभल के एसपी केके बिश्नोई ने भी राहुल गांधी से अपील की थी कि वो अपना संभल दौरा टाल दें.

 

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