जालौन के सिरसाकलार थाना इलाके के टिकरी गांव निवासी कुंवर सिंह उर्फ ललोल नोएडा में रहकर मजदूरी करते थे। उनकी पत्नी आरती दो बच्चों के साथ घर पर रहती थी। चुर्खी थाना क्षेत्र के टिकावली गांव निवासी छविनाथ छह भाइयों में सबसे छोटा था, लेकिन वह शुरूआती समय से ही नशे व अन्य गलत हरकतों का आदी हो गया था। इसलिए घर के लोग उससे ज्यादा संबंध नहीं रखते थे। छविनाथ के हिस्से में छह बीघा जमीन थी। उसने जमीन को भी बेच दिया था। लाखों रुपये आ जाने से वह जब अपनी भतीजी की ससुराल टिकरी पहुंचा तो वह लोगों पर हजारों रुपये खर्च करने लगा। कुंवर सिंह भी गांव में ही रहता था। छविनाथ के खर्चे को देख वह भी उसका मुरीद हो गया और उसके आगे पीछे घूमने लगा। छविनाथ भी कुंवर सिंह के घर आता-जाता था। तब आरती गांव के ही एक व्यक्ति से बात करती थी। जब इस बात का पता कुंवर सिंह को चला तो उसने उस व्यक्ति से बातचीत की, इस पर दोनों में विवाद हो गया और कुंवर सिंह ने उसके साथ मारपीट की और नोएडा चला गया।
आरती ने भी उस व्यक्ति से बात करनी बंद कर दी। इसी बीच छविनाथ आरती के संपर्क में आ गया और दोनों में प्रेम संबंध हो गए। सिलसिला करीब तीन महीने से चल रहा था। इस बात की जानकारी मोहल्ले के ही कुछ लोगों ने कुंवर सिंह को दी तो वह गुरुवार रात बिना किसी को बताए घर पहुंचा और जैसे ही कमरे में देखा तो उसकी पत्नी आरती अपने प्रेमी छविनाथ के साथ आपत्तिजनक हालत में थी। इससे वह अपना संतुलन खो बैठा और उसने कमरे में रखी कुल्हाड़ी से दोनों पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। इससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से भाग निकला। चीख सुनकर परिजन कमरे में पहुंचे तो दोनों के लहूलुहान शव देख पुलिस को सूचना दी। सीओ सहित थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाए। बाद में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
कुंवर सिंह के पिता घनश्याम की कुछ वर्षों पहले मौत हो गई थी। घर में उसकी मां मुन्नी देवी, पत्नी आरती व बेटे प्रियांशु व दीपांशु साल रहते थे। कुंवर सिंह के नोएडा चले जाने पर प्रेमी को बच्चे न देख लें। इसलिए आरती बच्चों को सास मुन्नी के पास सुला देती थी। वारदात के समय यानि गुरुवार की रात भी बच्चे दादी के साथ सो रहे थे। घटना के बाद भी उन्हें कोई जानकारी नहीं हो सकी। मुन्नी ने बताया कि फोन पर कुंवर सिंह व आरती की लड़ाई जरूर होती थी। वह किसी से बात करने के लिए मना करता था, पर आरती अपने मन का करती थी। लेकिन उसे यह पता नहीं था कि बेटा ऐसा कर देगा। परिजनों ने बताया कि वह करीब चार महीने से नोएडा में था और घर नहीं आया था। लेकिन वह अचानक ही घर पहुंच गया। इसकी पत्नी को कोई जानकारी नहीं थी। बताते हैं कि महिला व उसके प्रेमी का पिछले तीन महीनों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। जानकारी पर पहुंचे मृतका आरती के रामपुरा थाना क्षेत्र के गढ़ा गांव निवासी भाई धर्मेंद्र की तहरीर पर पुलिस ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल से साक्ष्य संकलन एकत्रित किए। एसपी डॉ. दुर्गेश कुमार ने बताया कि प्रेम प्रसंग के चलते आरोपी ने दोनों की हत्या की है।