झाँसी में मस्जिद से ऐलान के बाद मुस्लिम भीड़ ने NIA टीम को घेर लिया। रिपोर्ट्स के अनुसार, गुरुवार (12 दिसम्बर, 2024) को NIA की एक टीम तड़के सुबह सुपर कॉलोनी नाम के मुहल्ले में पहुँची थी। यहाँ वह मुफ़्ती खालिद नदवी को पकड़ने गई थी। खालिद नदवी शहर के काजी का भतीजा है। जब तीन ने उसका घर खटखटाया तो उसने दरवाजा नहीं खोला। आधे घंटे तक मशक्कत के बाद उनसे दरवाजा खोला। इसके बाद टीम ने उसके घर में इस्लामी साहित्य और उसके लेनदेन के विषय में जानकारी ली।
NIA टीम ने उससे जब बहुत से विदेशी नम्बरों पर बातचीत के विषय में पूछा तो उसने ऑनलाइन पढ़ाने की बात बताई। इसके बाद सुबह NIA उसे अपने साथ ले जाने लगी तो बवाल हो गया। NIA के मौलवी ले जाने को लेकर पास की मस्जिद से ऐलान कर दिया गया। इसके बाद आसपास रहने वाले सैकड़ों मुस्लिम इकट्ठा हो गए। जहाँ मौलवी खालिद रहता है, यहाँ अधिकांश घर मुस्लिमों के ही हैं। ऐसे में तुरंत ही NIA टीम को मुस्लिम ने घर लिया और उनसे धक्कामुक्की करने लगे। NIA पर दबाव डाला गया कि मौलवी को ना ले जाएँ और जो पूछताछ करनी है, यहीं करें।
इसके बाद NIA की टीम से जबरदस्ती मौलवी खालिद छुड़वा लिया गया। NIA टीम को घेरने वालों में कई बुर्का वाली महिलाएँ भी थी। इसके बाद स्थानीय पुलिस बड़ी संख्या में यहाँ पहुँची। उसका भी मुस्लिमों ने विरोध किया। मुस्लिमों ने मौलवी को NIA को सौंपने से इनकार कर दिया। हालाँकि, पुलिस ने किसी तरह मौलवी को मस्जिद के पिछले गेट से निकाला और अपने साथ ले गई। NIA की टीम मौलवी को यहाँ विदेशी फंडिंग के एक मामले में पकड़ने पहुँची थी। वह ऑनलाइन इस्लाम की तालीम पढ़ाता है। उसके छात्रों में विदेशी छात्र भी शामिल हैं। NIA टीम ने झाँसी में ही एक और मौलवी से पूछताछ की है।