अनंतनाग- अमरनाथ यात्रा शुरू होने जा रही है। यात्रा 52 दिन (19 अगस्त) चलेगी। पिछली बार 1 जुलाई से 60 दिन तक चली थी। इस बार बर्फबारी देर से हुई और अब तक जारी है। गुफा क्षेत्र में 10 फीट से ज्यादा बर्फ है। यात्रा के दोनों रूट पहलगाम और बालटाल से गुफा तक 2 से 10 फीट बर्फ में दबे हैं। इसलिए इसके जून तक पिघलने के आसार कम हैं। ऐसे में सेना यात्रा रूट को हर मौसम के हिसाब से तैयार कर रही है। पहली बार दोनों रूट पूरी तरह 5जी फाइबर नेटवर्क से लैस होंगे। बर्फ पिघलते ही 10 मोबाइल टावर लगेंगे। 24 घंटे बिजली के लिए ज्यादातर खंभे लग चुके हैं। कश्मीर के डिवीजनल कमिश्नर विजय कुमार बिधूड़ी के मुताबिक, इस बार हमारा फोकस यात्री सुविधा बढ़ाने पर है। पूरे रूट पर खानपान, रुकने और हेल्थ चेकअप की ज्यादा से ज्यादा व्यवस्था की योजना बना रहे हैं। पहले पहलगाम से गुफा तक 46 किमी लंबा मार्ग 3 से 4 फीट तो बालटाल वाला रूट 2 फीट ही चौड़ा था। अब इसे 14 फीट तक चौड़ा किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि बर्फ हटाने के बाद रूट दुरुस्त किया जाएगा। पिछले बार 4.50 लाख श्रद्धालु आए थे। इस बार आंकड़ा 6 लाख तक जा सकता है। यात्रा कम दिनों की है और भीड़ ज्यादा रहेगी, इसलिए इंतजाम भी ज्यादा किए जा रहे हैं। बालटाल-गुफा मार्ग पर सेना ने बर्फ हटानी शुरू कर दी है। ये रूट एक पहाड़ी नदी के किनारे है। पिछली बार गर्मी के चलते यात्रा के आखिरी हफ्ते में बाबा बर्फानी पूरी तरह पिघल चुके थे। हजारों श्रद्धालु मायूस लौटे थे। इसलिए इस बार यात्रा के दिन कम किए हैं, ताकि सभी को दर्शन मिल सकें।